पटना: बिहार में कोरोना सस्पेक्ट लगातार बढ़ते जा रहे हैं .खासकर सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में कोरोना संदिग्धों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. ऐसे में अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मी के बीच पीपीई किट की भारी कमी हो गई है. जो डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी आइसोलेशन वार्ड में काम कर रहे हैं उन्हें पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट मुहैया कराया जा रहा है. वहीं, जो डॉक्टर इमरजेंसी में काम कर रहे हैं उन्हें एचआईवी किट दिया जा रहा है.
एड्स के मरीजों के इलाज के दौरान पहने जाने वाला किट पहनकर डॉक्टर इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन, इस किट में डॉक्टरों का चेहरा और गर्दन पूरी तरह से ढक नहीं पाता है. इस कारण चिकित्सकों में इंफेक्शन फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल में पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट किट की उचित मात्रा में उपलब्धता कराए जाने को लेकर सरकार के सामने भी अपनी बातें रखी हैं.
बढ़ गई है मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड
बता दें कि पीएमसीएच में डॉक्टर भी कोरोना वायरस को लेकर सहमे हुए हैं. अस्पताल में इन दिनों मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड कई गुना ज्यादा बढ़ गई है. अस्पताल प्रबंधन लगातार सरकार के से मास्क और सैनिटाइजर की उपलब्धता कराए जाने की बात कर रहा है. पीएमसीएच में मंगलवार को 2 संदिग्धों का सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट बुधवार या गुरुवार तक आएगी. वर्तमान में पीएमसीएच में 22 कोरोना संदिग्ध मौजूद हैं.
बिहार में 4 पॉजिटिव मामले
बिहार में कोरोना वायरस के 4 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसमें से 1 की मौत हो गई है. अन्य 3 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है. इस बीच पीएम मोदी ने मंगलवार की रात देशवासियों को संबोधित किया और पूरे भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा कर दी.