पटना: राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों मजदूरों के सामने रोजगार संकट (Employment Crisis In Front of Laborers) आ गया है. ऐसे में उन्हें काम नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर लगातार जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. मसौढ़ी प्रखंड के बलियारी गांव में मजदूर में घंटों विरोध प्रदर्शन करते हुए काम दो रोजगार दो के नारों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए चल रहे और पाईन की खुदाई का काम बंद करवा दिया.
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रोजगार की मांग को लेकर मजदूरों ने किया प्रदर्शन: मसौढ़ी प्रखंड के बलियारी गांव में आज सैकडों मजदूर चल रहे आहर पाईन की खुदाई का काम बंद करवा कर घंटों विरोध प्रदर्शन किया. काम दो रोजगार दो के नारों के साथ मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा है कि हम सबों को इन दिनों काम नहीं मिला है. रोजी रोजगार का संकट आ गया है. आर्थिक तंगी से हम सभी जूझ रहे हैं. जगह-जगह पर काम हो रहा है, लेकिन हम सभी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है.
आहर पाईन में चल रहे काम को रुकवाया: बलियारी गांव में इन दिनों आहर की खुदाई चल रही है, लेकिन जेसीबी मशीन से काम लिया जा रहा है. जिसके चलते सभी मजदूर घर बैठे हैं. ऐसे में यह किस तरह का काम है, कौन सी योजना से काम हो रहा है. हमें नहीं पता है, मजदूरों ने कहा कि उन्हों काम चाहिए. वहीं पंचायत के मुखिया लक्ष्मी देवी ने कहा कि उनके पंचायत में जो भी काम हो रहा है, पहला तो यह बोर्ड नहीं लगा है और इस योजना की जानकारी नहीं है.
पहले भी हो चुका है आहर पाईन में काम: इसी जगह पर 2020 में पहले भी काम हो चुका है. ऐसे में 3 साल बाद तुरंत यहां काम होना गैरकानूनी है. हम लोगों ने जिलाधिकारी और अधिकार आयोग से जांच की मांग की है. इस पूरे मामले में काम करा रहे ठेकेदार ने बताया कि यह लघु सिंचाई विभाग द्वारा जल जीवन हरियाली के तहत आहर पाईन की खुदाई हो रही है. यह कोई मनरेगा का काम नहीं है. इसलिए मजदूरों को काम नहीं दे रहे हैं.
"बलिहारी गांव में आहार पाईन की जो खुदाई चल रही है. किस योजना से चल रहा है, कौन सा वर्ष में चलेगा, कितना क्या योजना है. कुछ भी डिटेल किसी को मालूम नहीं है. न ही यहां पर बोर्ड लगा है. हालांकि, इस जगह पर 2 साल पहले ही खुदाई हो चुकी थी. अभी एक ही योजना का दोबारा होना गैरकानूनी है. जिसकी जांच की मांग को लेकर डीडीसी और डीएम को हमने दिया है."- लक्ष्मी देवी, मुखिया, खरांट