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मुनाफे का कारोबार गिर गाय.. जिसके दूध से बढ़ती है इम्युनिटी.. जानिए इस देसी नस्ल के फायदे

राजधानी पटना के विनोद सिंह गौ सेवा की मिसाल (Gau Sewa in Patna) पेश कर रहे हैं. उनके ऑक्सीजन गौशाला के नाम से प्रचलित फार्म में 150 से ज्यादा गिर गाय (Gir Cow Shed) हैं. गिर गायों की ऑक्सीजन गौशाला के जरिए वो लोगों को शुद्ध दूध और घी उपलब्ध करवा रहे हैं. जो डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के लिए रामबाण है. ऑक्सीजन गौशाला की इन गिर गायों की विशेषताएं जानने के लिए पढ़ें ये रिपोर्ट..

पटना की ऑक्सीजन गौशाला
पटना की ऑक्सीजन गौशाला
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Published : Jan 23, 2022, 1:50 PM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक शख्स विनोद सिंह (Gau Palak Vinod Singh) ने एक शानदार पहल की है, जिसके तहत उन्होंने ना केवल गाय को बचाने का बीड़ा उठाया है, बल्कि लोगों के लिए शुद्ध दूध और घी भी उपलब्ध कराते हैं. राजधानी पटना के बिहटा-सरमेरा पथ पर बिशनपुरा गांव में 55 बीघे के परिसर में बनी गौशाला पटना वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. ऑक्सीजन गौशाला में 150 से ज्यादा गिर गाय (Gir Cow Shed) हैं.

ये भी पढ़ें- द्वापर युग में चर्चित गिर की गाय को लेकर आजकल चर्चा में है सोनपुर, दर्शन के लिए पहुंच रहे लोग

दरअसल, तीन साल पहले विनोद सिंह ने गाय को बचाने के उद्देश्य से गिर गायों की ऑक्सीजन गौशाला स्थापित करने का फैसला किया. दरअसल, गिर गाय का दूध आसानी से उपलब्ध नहीं है. अगर दूध के रेट की बात कर लें तो ₹140 प्रति लीटर दूध की कीमत है और शुद्ध घी की कीमत ₹4800 प्रति किलो है. 1 किलो घी बनाने में 30 किलो दूध की दरकार होती है. गिर गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2100 लीटर से ज्यादा दूध देती है. डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीज तो ढूंंढकर अच्छे भाव देकर ये दूध ले जाते हैं.

गुजरात के अलावा गिर गाय की नस्ल राजस्थान और महाराष्ट्र में भी पाई जाती है. मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लेकर यह नस्ल ब्राजील तक फेमस है. इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी और सोरठी भी कहा जाता है. इन गायों का शरीर लाल रंग का होता है, जिस पर सफेद धब्बे होते हैं. गिर गाय का सिर गुबंद के आकार का होता है और कान लंबे होते हैं. इसका जीवनकाल करीब 12 से 15 साल तक का होता है. इनका वजन लगभग 400-475 किलो तक हो सकता है. अपने जीवनकाल में ये गाय 6 से 12 बच्चे पैदा कर सकती हैं.

गिर गाय की कीमत करीब 5 लाख रुपये तक हो सकती है. ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां से, कितनी उम्र की और कैसी गाय खरीदते हैं. गिर गाय को खरीदने के लिए आप पशु किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी कर सकते हैं. सरकार पशुपालन के जरिए भी किसानों की इनकम बढ़ाना चाहती है. ऐसे में किसानों के पास अपने पशु हो इसक ध्यान रखते हुए पशुपालक किसानों को बिना गारंटी के लोन उपलब्ध कराया जाता है. इस स्कीम का उद्देश्य किसानों को दूध देने वाले पशुओं की खरीद में मदद करना है. अगर गिर गाय खरीदने में आपके पास पैसे कम पड़ रहे हों तो आप पशु किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये बैंक से लोन ले सकते हैं. पशुपालकों को सरकार सब्सिडी भी देती है.

गिर गाय की नस्ल में स्वर्ण कपिला और देवमणी गाय सबसे अच्छी मानी जाती है. स्वर्ण कपिला करीब 20 लीटर दूध प्रतिदिन देती है और इसके दूध में 7 फीसदी फैट होता है. वहीं, देवमणी गाय करोड़ों में एक होती है. इस गाय के गले की थैली की बनावट के आधार पर ही इसकी पहचान की जाती है. गिर गायों से A-2 दूध प्राप्त किया जाता है. दरअसल, विश्व के कई देशों में दूध को दो कैटेगरी में बांटा गया है. यूरोप के देशों में दूध को A1 और A2 में वर्गीकृत किया जाता है. वहीं भारत में अब तक दूध का कोई मानककरण नहीं है. भारतीय नस्ल की गाय A2 दूध देती हैं, जो पूरे तौर पर स्वास्थ्यवर्धक है और खास तौर पर गिर गाय का दूध तो अद्वितीय है.

ये भी पढ़ें- कटिहारः GST से नौकरी जाने के बाद शुरू किया पशुपालन, आज दूसरे लोगों को दे रहे हैं रोजगार

बता दें कि गिर गाय का दूध डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. जो कि विदेशी नस्ल की अन्य गायों या जर्सी की तुलना में काफी ज्यादा सुपाच्य और सेहतमंद होता है. इसके करीब साढ़े तीन लीटर A-2 दूध में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. इसमें पाई जाने वाली ए-1 कैसिइन प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है.

पटना की इस ऑक्सीजन गौशाला का सदस्य बनकर आप भी गौ सेवा कर सकते हैं, बस उसके लिए कुछ शर्ते हैं. आपको सनातनी होना होगा. साल में दो बार गौ सेवा के लिए गौशाला आना पड़ेगा और साथ ही गाय के रखरखाव के लिए सेवा शुल्क देना होगा. संस्था की ओर से ₹14000 में गोपाल सदस्यता दी जाती है, जिसके तहत 200 दिन तक आधा लीटर दूध हर रोज आपको उपलब्ध कराया जाता है. ब्लेसिंग मेंबरशिप के तहत आपको ₹91000 देने होते हैं जिसके बदले में 1 लीटर दूध आपको 700 दिनों तक उपलब्ध कराया जाता है. अगर आपको शुद्ध घी लेना है तो इसके तहत 19 महीने तक आपको एक किलो शुद्ध घी उपलब्ध कराया जाता है.

वहीं, नंदिनी मेंबरशिप के तहत आपको ₹200000 देने होते हैं, जिसके तहत आपको 4 साल तक एक लीटर दूध हर रोज उपलब्ध कराया जाता है. अगर आप चार लाख की सदस्यता लेते हैं तो आपको 4 साल तक एक लीटर दूध उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत आपको 4 साल तक शुद्ध घी भी उपलब्ध कराया जा सकता है. अगर आप बिहार से दूर रहते हैं तो शुद्ध घी का विकल्प चुन सकते हैं और 4 साल पूरे होने के बाद आप चाहे तो पूरे पैसा वापस ले सकते हैं.

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पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक शख्स विनोद सिंह (Gau Palak Vinod Singh) ने एक शानदार पहल की है, जिसके तहत उन्होंने ना केवल गाय को बचाने का बीड़ा उठाया है, बल्कि लोगों के लिए शुद्ध दूध और घी भी उपलब्ध कराते हैं. राजधानी पटना के बिहटा-सरमेरा पथ पर बिशनपुरा गांव में 55 बीघे के परिसर में बनी गौशाला पटना वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. ऑक्सीजन गौशाला में 150 से ज्यादा गिर गाय (Gir Cow Shed) हैं.

ये भी पढ़ें- द्वापर युग में चर्चित गिर की गाय को लेकर आजकल चर्चा में है सोनपुर, दर्शन के लिए पहुंच रहे लोग

दरअसल, तीन साल पहले विनोद सिंह ने गाय को बचाने के उद्देश्य से गिर गायों की ऑक्सीजन गौशाला स्थापित करने का फैसला किया. दरअसल, गिर गाय का दूध आसानी से उपलब्ध नहीं है. अगर दूध के रेट की बात कर लें तो ₹140 प्रति लीटर दूध की कीमत है और शुद्ध घी की कीमत ₹4800 प्रति किलो है. 1 किलो घी बनाने में 30 किलो दूध की दरकार होती है. गिर गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2100 लीटर से ज्यादा दूध देती है. डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीज तो ढूंंढकर अच्छे भाव देकर ये दूध ले जाते हैं.

गुजरात के अलावा गिर गाय की नस्ल राजस्थान और महाराष्ट्र में भी पाई जाती है. मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लेकर यह नस्ल ब्राजील तक फेमस है. इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी और सोरठी भी कहा जाता है. इन गायों का शरीर लाल रंग का होता है, जिस पर सफेद धब्बे होते हैं. गिर गाय का सिर गुबंद के आकार का होता है और कान लंबे होते हैं. इसका जीवनकाल करीब 12 से 15 साल तक का होता है. इनका वजन लगभग 400-475 किलो तक हो सकता है. अपने जीवनकाल में ये गाय 6 से 12 बच्चे पैदा कर सकती हैं.

गिर गाय की कीमत करीब 5 लाख रुपये तक हो सकती है. ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां से, कितनी उम्र की और कैसी गाय खरीदते हैं. गिर गाय को खरीदने के लिए आप पशु किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी कर सकते हैं. सरकार पशुपालन के जरिए भी किसानों की इनकम बढ़ाना चाहती है. ऐसे में किसानों के पास अपने पशु हो इसक ध्यान रखते हुए पशुपालक किसानों को बिना गारंटी के लोन उपलब्ध कराया जाता है. इस स्कीम का उद्देश्य किसानों को दूध देने वाले पशुओं की खरीद में मदद करना है. अगर गिर गाय खरीदने में आपके पास पैसे कम पड़ रहे हों तो आप पशु किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये बैंक से लोन ले सकते हैं. पशुपालकों को सरकार सब्सिडी भी देती है.

गिर गाय की नस्ल में स्वर्ण कपिला और देवमणी गाय सबसे अच्छी मानी जाती है. स्वर्ण कपिला करीब 20 लीटर दूध प्रतिदिन देती है और इसके दूध में 7 फीसदी फैट होता है. वहीं, देवमणी गाय करोड़ों में एक होती है. इस गाय के गले की थैली की बनावट के आधार पर ही इसकी पहचान की जाती है. गिर गायों से A-2 दूध प्राप्त किया जाता है. दरअसल, विश्व के कई देशों में दूध को दो कैटेगरी में बांटा गया है. यूरोप के देशों में दूध को A1 और A2 में वर्गीकृत किया जाता है. वहीं भारत में अब तक दूध का कोई मानककरण नहीं है. भारतीय नस्ल की गाय A2 दूध देती हैं, जो पूरे तौर पर स्वास्थ्यवर्धक है और खास तौर पर गिर गाय का दूध तो अद्वितीय है.

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बता दें कि गिर गाय का दूध डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. जो कि विदेशी नस्ल की अन्य गायों या जर्सी की तुलना में काफी ज्यादा सुपाच्य और सेहतमंद होता है. इसके करीब साढ़े तीन लीटर A-2 दूध में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. इसमें पाई जाने वाली ए-1 कैसिइन प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है.

पटना की इस ऑक्सीजन गौशाला का सदस्य बनकर आप भी गौ सेवा कर सकते हैं, बस उसके लिए कुछ शर्ते हैं. आपको सनातनी होना होगा. साल में दो बार गौ सेवा के लिए गौशाला आना पड़ेगा और साथ ही गाय के रखरखाव के लिए सेवा शुल्क देना होगा. संस्था की ओर से ₹14000 में गोपाल सदस्यता दी जाती है, जिसके तहत 200 दिन तक आधा लीटर दूध हर रोज आपको उपलब्ध कराया जाता है. ब्लेसिंग मेंबरशिप के तहत आपको ₹91000 देने होते हैं जिसके बदले में 1 लीटर दूध आपको 700 दिनों तक उपलब्ध कराया जाता है. अगर आपको शुद्ध घी लेना है तो इसके तहत 19 महीने तक आपको एक किलो शुद्ध घी उपलब्ध कराया जाता है.

वहीं, नंदिनी मेंबरशिप के तहत आपको ₹200000 देने होते हैं, जिसके तहत आपको 4 साल तक एक लीटर दूध हर रोज उपलब्ध कराया जाता है. अगर आप चार लाख की सदस्यता लेते हैं तो आपको 4 साल तक एक लीटर दूध उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत आपको 4 साल तक शुद्ध घी भी उपलब्ध कराया जा सकता है. अगर आप बिहार से दूर रहते हैं तो शुद्ध घी का विकल्प चुन सकते हैं और 4 साल पूरे होने के बाद आप चाहे तो पूरे पैसा वापस ले सकते हैं.

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