पटनाः प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी अब करवाचौथ का पर्व मनाया जाता है. सभी सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं. महिलाएं इस दिन एक जगह जमा होकर पूजा-अर्चना करती हैं. सुहागन गीत गाकर आसमान में चांद के निकलने का इंतजार करती हैं.
गया में मनाया जा रहा करवाचौथ
जिले के गुरूद्वारा रोड में पंजाबी समुदाय के महिलाएं शाम के पूजा के लिए एक जगह जुटी और पूजा अर्चना कर सुहागन गीत गाकर आसमान में चांद के आने का इंतजार करती दिखीं. व्रतियां ये इंतजार सुहागन गीत गाकर करती हैं. एक वर्ती महिला ने बताया कि ये उनका 50 वां करवाचौथ है. इन्होंने अपने जीवन का एक भी करवाचौथ पर्व नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा कि हर सुहागन के लिए यह पर्व महान है.
फौजियों के पत्नियों को व्रती महिलाओं ने दी शुभकामनाएं
व्रती महिलाओं ने बताया कि सभी महिलाएं विधि-विधान से करवाचौथ मनाती हैं. उन्होंने कहा कि फौजियों की पत्नियों को इस पर्व की शुभकामनाएं देती हूं. उनकी त्याग से आज हमारा सुहाग है. वो आज अपने पतियों के बगैर व्रत करेंगी. हमलोगों की दुआ उनके साथ है.
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बेगूसराय में मनाया जा रहा करवाचौथ का पर्व
बेगूसराय में भी सुहागिनों ने करवाचौथ का व्रत हर्षोल्लास के साथ मनाया. मारवाड़ी मोहल्ला के अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मलेन की पूर्व अध्यक्ष सरिता सुल्तानिया के आवास पर भी करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ मनाया.