पटना: कार्तिक पूर्णिमा यानी मंगलवार के दिन गंगा स्नान के लिए राजधानी पटना (Kartik Purnima Snan In Patna) क्षेत्र में गंगा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम (High Security In Ganga Ghat) किए जा रहे हैं. सर्वाधिक भीड़ की संभावना वाले गंगा घाटों (worship on kartik purnima at ganga) पर स्थाई नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. पटना में श्रद्धालुओं की सहायता और विधि-व्यवस्था के लिए 183 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. सात जगहों पर एनडीआरएफ और 74 घाटों पर सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक सहायता के लिए मुस्तैद रहेंगे.
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गंगा घाटों पर रहेगी खुफिया नजर : पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि गांधी घाट पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जहां 16 पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. गंगा नदी में गश्ती के लिए दो पालियों में 16 दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. बड़े व भीड़-भाड़ वाले घाट-काली घाट, गांधी घाट, गायघाट, भद्रघाट, कंगन घाट व अन्य घाटों पर आवश्यकतानुसार अस्थायी नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था की जा रही है.
''कार्तिक पूर्णिमा के दिन पेट्रोलिंग के लिए मोटरबोट की व्यवस्था की गयी है. ये सभी मोटर लॉन्च, लाइफ जैकेट, गोताखोर व अन्य उपकरणों से लैस रहेंगे. नदी में कोई भी नाव अनधिकृत रूप से नहीं चलेगी. अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले स्नान को लेकर नगर निगम की ओर से घाटों व एप्रोच रोड और मुख्य पथों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जा रही है.'' - डॉ चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
ट्रैफिक को लेकर प्लान तैयार, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध : पटना के जिलाधिकारी ने कहा कि ट्रैफिक को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है. आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ और आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एंबुलेंस मौजूद रहेंगे. बता दें कि राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है. सोनपुर में गंगा गंडक तट पर भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
''इस घाट पर लगभग 60,000 से अधिक श्रद्धालु डुबकी लेंगे. घाट सीसीटीवी कैमरा से लैस है. जहां नदी में दलदल है वहां पर लाल कपड़ा से बैरिकेडिंग की गई है. सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ के सदस्य भी मौजूद रहेंगे ताकि जब सुबह-सुबह गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु गंगा नदी पहुंचे तो कोई लाल निशान की तरफ नहीं चला जाए. माइक से अनाउंसमेंट के माध्यम से भी लोगों को उधर जाने से रोका जाएगा. घाट पर लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था है इसके अलावा वॉच टावर से निगरानी की जा रही है. लोगों के पीने के लिए शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था कराई गई है. इसके अलावा महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम भी तैयार किए गए हैं. कंट्रोल रूम से पूरे गंगा घाट क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जाएगी.'' - विनोद प्रसाद, सदस्य, सिविल डिफेंस