पटना: खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही हैं. पंचायत स्तर पर कई तरह कार्यक्रम की जा रही है ताकि लोग जागरूक हों. ऐसे में नये साल में मसौढ़ी के कररिया गांव में पहला सामुदायिक शौचालय बनकर तैयार हो गया है. इस गांव के महादलित ग्रामीणों के बीच खुशी का माहौल है. अब खुले में शौच करने के लिए नहीं जाना पड़ेगा.
मसौढ़ी की सीमा पर बसे कररिया गांव को लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत शौच मुक्त करने की सकरात्मक पहल की गई है. इस पहल से कररिया गांव को नये साल में सौगात मिली है. अब सभी ग्रामीणों को खुले में शौच नहीं जाना पड़ेगा.
एक भी घर में नहीं था शौचालय
कररिया गांव में किसी घर में शौचालय नहीं बने हुए थे, लोग दिन हो या रात खुले में शौच करने को विवश थे, लेकिन अब लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत चरमा पंचायत के कररिया गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है. सामुदायिक शौचालय में 6 सीट का शौचालय बनकर तैयार है. जिससे सभी ग्रामीणों को लाभ मिलेगा.
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कररिया गांव में तकरीबन 100 से अधिक महादलित परिवार की बस्ती है. जहां पर शौचालय को लेकर काफी लोग परेशान रहते थे और खुले में शौच जाने को विवश थे. लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत गांव में बने सामुदायिक भवन से अब ग्रामीणों में खुशी है. अब लोग खुले में शौच जाने से मुक्ति मिल गई. ग्रामीणों ने इस पहल को सराहा है. इस योजना को लेकर गांव के लोगों ने कहा है कि अब खुले में शौच करने नहीं जाना होगा. साथ ही सरकार को इस पहल पर धन्यवाद दिया है.