ETV Bharat / state

आखिर किसकी लापरवाही से 5 वर्षीय बच्ची की एक आंख हो गईं खराब, सीएस ने दी सफाई - कैमूर सदर अस्पताल में बच्ची की आंख खराब

Kaimur Sadar Hospital: कैमूर सदर अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है. आरोप पांच वर्षीय बच्ची की मां ने लगाया है. मां ने बताया कि डॉक्टर ने बच्ची के आंख में दवा डाली थी, जिसके बाद से बच्ची की आंखें खराब हो गई. पीड़ित महिला ने डीएम से गुहार लगाई है. पढ़ें पूरी खबर.

कैमूर सदर अस्पताल
कैमूर सदर अस्पताल
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 22, 2023, 6:14 PM IST

Updated : Dec 22, 2023, 7:10 PM IST

कैमूर (भभुआ): कैमूर के सरकारी अस्पताल सुर्खियों में रहने वाला एक बार फिर सुर्खियों में आया है. इस बार 5 साल की बच्ची की मां ने डॉक्टर की लापरवाही से आंख खराब होने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा कि बीते 15 दिसंबर को महिला कैमूर अस्पताल में अपनी बच्ची के इलाज के लिए आई थी. बच्ची को खांसी के साथ निमोनिया था. इलाज के दौरान डाॅ अर्चना द्विवेदी ने उसे दवा दी. जिसके इस्तेमाल के बाद बच्ची की आंख खराब हो गई.

कैमूर सदर अस्पताल में बच्ची की आंख खराब: पीड़िता महिला ने बताया की सदर अस्पताल में डाॅ अर्चना द्विवेदी द्वारा 5 वर्षीय बच्ची के आंखों में दवा डाली गई. उसके बाद से जब आंख खराब हो गई. जब दोबारा पूछने के लिए अस्पताल आए तो डॉक्टर ने जबरदस्ती पटना रेफर कर दिया गया. पटना में भी इलाज नहीं हुआ तो बच्ची का परिवार 18 दिसंबर को वापस घर लौट आया. फिर शिकायत लेकर परिवार डॉक्टर से मिलने गई तो गार्ड ने गाली गलौज कर भगा दिया.

"डॉक्टर द्वारा गलत इलाज के कारण मेरी बच्ची का आँख खराब हुई है. एम्बुलेंस से बनारस बीएचयू रेफर किया गया. जब सिविल सर्जन से पूछा कि दवा का खर्च कौन देगा तो भड़क गई. मुझे गाली गलौज कर मेरे पति को मारने के लिए दौड़ पड़ी." -बच्ची का मां

गलत तरीके से आई ड्रॉप देने से हुई आंख खराब: सिविल सर्जन डॉ मीना कुमारी ने बताया कि महिला अपनी बच्ची के इलाज के लिए सदर अस्पताल आई थी. उसकी बच्ची को खांसी के साथ निमोनिया और छाती में दर्द को देखते हुए उसे बच्चा वार्ड में भर्ती किया गया. आंख में इंफेक्शन को देखते हुए डॉक्टर ने आई ड्राप डालने का सलाह दी, पर बच्ची की मां ने गलत तरीके से आई ड्रॉप डालने के कारण बच्ची की आंख एक खराब हो गयी. इसका जिम्मेदार खुद महिला है.

जांच टीम गठित: बहरहाल, बच्ची को जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएचयू रेफर कर दिया गया है. पीड़ित महिला ने डॉक्टर अर्चना द्विवेदी के खिलाफ आवेदन दी है. एक जांच टीम गठित की गई है. जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी.

"बच्ची को खांसी और निमोनिया था.बच्ची के आंख में इंफेक्शन को देखते हुए डॉक्टर ने आई ड्रॉप देने के सलाह दी थी. बच्ची की मां ने गलत तरीके से आई ड्रॉप डालने से एक आंख खराब हो गई. इसके लिए महिला खुद जिम्मेदार है." -डॉ मीना कुमारी, सिविल सर्जन

डीएम ने सीएस को बीएचयू भेजने का दिया आदेश: अस्पताल के सिविल सर्जन और भभुआ थाने में डॉक्टर अर्चना द्विवेदी के खिलाफ आवेदन दिया.जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो महिला डीएम सावन कुमार से गुहार लगाने समाहरणालय पहुंची. जहां डीएम ने गंभीर मामला को देखते हुए सिविल सर्जन को आदेश दिया कि बच्ची को एम्बुलेंस से बीएचयू भेजा जाए.

ये भी पढ़ें

कैमूर: भभुआ सदर अस्पताल में व्यवस्थाओं की घोर कमी, फर्श पर मरीजों का इलाज

किडनी मरीजों के लिए खुशखबरी: कैमूर सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट वार्ड का उद्धघाटन

कैमूर (भभुआ): कैमूर के सरकारी अस्पताल सुर्खियों में रहने वाला एक बार फिर सुर्खियों में आया है. इस बार 5 साल की बच्ची की मां ने डॉक्टर की लापरवाही से आंख खराब होने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा कि बीते 15 दिसंबर को महिला कैमूर अस्पताल में अपनी बच्ची के इलाज के लिए आई थी. बच्ची को खांसी के साथ निमोनिया था. इलाज के दौरान डाॅ अर्चना द्विवेदी ने उसे दवा दी. जिसके इस्तेमाल के बाद बच्ची की आंख खराब हो गई.

कैमूर सदर अस्पताल में बच्ची की आंख खराब: पीड़िता महिला ने बताया की सदर अस्पताल में डाॅ अर्चना द्विवेदी द्वारा 5 वर्षीय बच्ची के आंखों में दवा डाली गई. उसके बाद से जब आंख खराब हो गई. जब दोबारा पूछने के लिए अस्पताल आए तो डॉक्टर ने जबरदस्ती पटना रेफर कर दिया गया. पटना में भी इलाज नहीं हुआ तो बच्ची का परिवार 18 दिसंबर को वापस घर लौट आया. फिर शिकायत लेकर परिवार डॉक्टर से मिलने गई तो गार्ड ने गाली गलौज कर भगा दिया.

"डॉक्टर द्वारा गलत इलाज के कारण मेरी बच्ची का आँख खराब हुई है. एम्बुलेंस से बनारस बीएचयू रेफर किया गया. जब सिविल सर्जन से पूछा कि दवा का खर्च कौन देगा तो भड़क गई. मुझे गाली गलौज कर मेरे पति को मारने के लिए दौड़ पड़ी." -बच्ची का मां

गलत तरीके से आई ड्रॉप देने से हुई आंख खराब: सिविल सर्जन डॉ मीना कुमारी ने बताया कि महिला अपनी बच्ची के इलाज के लिए सदर अस्पताल आई थी. उसकी बच्ची को खांसी के साथ निमोनिया और छाती में दर्द को देखते हुए उसे बच्चा वार्ड में भर्ती किया गया. आंख में इंफेक्शन को देखते हुए डॉक्टर ने आई ड्राप डालने का सलाह दी, पर बच्ची की मां ने गलत तरीके से आई ड्रॉप डालने के कारण बच्ची की आंख एक खराब हो गयी. इसका जिम्मेदार खुद महिला है.

जांच टीम गठित: बहरहाल, बच्ची को जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएचयू रेफर कर दिया गया है. पीड़ित महिला ने डॉक्टर अर्चना द्विवेदी के खिलाफ आवेदन दी है. एक जांच टीम गठित की गई है. जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी.

"बच्ची को खांसी और निमोनिया था.बच्ची के आंख में इंफेक्शन को देखते हुए डॉक्टर ने आई ड्रॉप देने के सलाह दी थी. बच्ची की मां ने गलत तरीके से आई ड्रॉप डालने से एक आंख खराब हो गई. इसके लिए महिला खुद जिम्मेदार है." -डॉ मीना कुमारी, सिविल सर्जन

डीएम ने सीएस को बीएचयू भेजने का दिया आदेश: अस्पताल के सिविल सर्जन और भभुआ थाने में डॉक्टर अर्चना द्विवेदी के खिलाफ आवेदन दिया.जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो महिला डीएम सावन कुमार से गुहार लगाने समाहरणालय पहुंची. जहां डीएम ने गंभीर मामला को देखते हुए सिविल सर्जन को आदेश दिया कि बच्ची को एम्बुलेंस से बीएचयू भेजा जाए.

ये भी पढ़ें

कैमूर: भभुआ सदर अस्पताल में व्यवस्थाओं की घोर कमी, फर्श पर मरीजों का इलाज

किडनी मरीजों के लिए खुशखबरी: कैमूर सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट वार्ड का उद्धघाटन

Last Updated : Dec 22, 2023, 7:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.