पटना: भूमिगत जेपी आंदोलन (JP Movement) के सेनानी (JP Fighters) अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का घेराव करने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. वे पेंशन (Pension) को लेकर सरकार (Government) से लगातार मांग कर रहे हैं. इसके बावजूद अभी तक सरकार ने इनकी सुध नहीं ली है.
ये भी पढ़ें- 'राजनीतिक वजूद बचाने के लिए नीतीश कुमार पर अनर्गल बयानबाजी करते हैं चिराग'
दरअसल, कई भूमिगत जेपी सेनानी पेंशन की सुविधा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में मसौढी में संपूर्ण क्रांति मंच के बैनर तले लगभग डेढ़ सौ से अधिक भूमिगत जेपी सेनानी हैं जो पेंशन पाने को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. अब वे अपने आंदोलन को उग्र रूप देने की योजना बना रहे हैं. ये लोग मुख्यमंत्री का घेराव करने की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं.
ये भी पढ़ें- पीड़ित ADM के परिजनों से मिलने पहुंचे चिराग पासवान, गंगा घाट से मिली थी बेटे की लाश
बताते दें कि 18 मार्च 1974 को लोकनायक (Lok Nayak) जयप्रकाश नारायण (Jayaprakash Narayan) के नेतृत्व में एक बड़ा छात्र आंदोलन (Student Protest) किया गया था. उस वक्त के तत्कालीन राज्यपाल को राजभवन जाने से रोकने को लेकर यहां आंदोलन चला था. इसमें कई छात्रों की मौत हुई थी. देश भर में आपातकाल शुरू हो गया था. हिंसक घटनाएं हुई थीं. उसके बाद सरकार ने जेपी सेनानियों को राहत दी और पेंशन की सुविधा बहाल की थी.
ये भी पढ़ें- नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचाने में जुटी LJP, चिराग के साथ आए कई JDU नेता
ये भी पढ़ें- RJD नेताओं पर भड़के मांझी, बोले- नीतीश को बदनाम मत कीजिए
ये भी पढ़ें- अलग डिटेंशन सेंटर बनाने के मामले में पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब