पटना: राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड मरीज के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मरीजों का भी इलाज चल रहा है. अभी भी आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस के 103 मरीजों का इलाज चल रहा है. बुधवार को एक मरीज की मौत भी हुई है. साथ ही कोरोना के कुल 218 मरीज भर्ती है. जिसका इलाज चल रहा है. वहीं, कोरोना के 9 मरीजों की मौत भी आइजीआइएमएस में हुई है.
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आइजीआइएमएस में शुरु होगा जॉइंट ओपीडी
राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए आइजीआइएमएस में डेडिकेटेड अस्पताल बनाया है. जहां ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज हो रहा है. संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है कि गुरुवार से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जॉइंट ओपीडी का संचालन किया जाएगा. जिसमें नेत्र विशेषज्ञ ,कान विशेषज्ञ, गला के विशेषज्ञ सहित न्यूरो के डॉक्टर भी रहेंगे. जो ब्लैक फंगस के मरीज को देखेंगे.
ब्लैक फंगस के मरीजों का होगा इलाज
वहीं, जिन मरीजों को आंख में समस्या होगी उनका आपरेशन किया जाएगा. जो मरीज भर्ती करने लायक होंगे उन्हे भर्ती किया जाएगा और जिन्हें ओपीडी के इलाज से ही ठीक होना होगा ऐसे मरीज को देखकर दवा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीज तीन कैटगरी के है. जिन्हें कोरोना नहीं है वैसे मरीज को ओपीडी में विशेष व्यवस्था के साथ देखा जाएगा. साथ ही जॉइंट ओपीडी में ब्लड टेस्ट से लेकर आरटीपीसीआर टेस्ट की भी व्यवस्था रहेगी.