ETV Bharat / state

JNU विवाद: पुलिस मुख्यालय पहुंचे सलमान खुर्शीद, मोदी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

जेएनयू में हुई हिंसा के बाद हजारों की संख्या में छात्र युवा आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. इनके प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए भारी संख्या में नेता भी पहुंच रहे हैं और इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी पुलिस मुख्यालय पहुंचे.

सलमान खुर्शीद
सलमान खुर्शीद
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 4:26 AM IST

नई दिल्ली: पुलिस मुख्यालय पहुंचे सलमान खुर्शीद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आज छात्रों पर जो हमले हो रहे हैं और जो हमले कर रहे हैं. उन्हें पूरी तरह से सत्ता का संरक्षण प्राप्त है और ये अपने आप में दुर्भाग्य है कि भारत में यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर घुसकर छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं.

पुलिस पर सवाल उठाए
सलमान खुर्शीद ने जामिया प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि जामिया में पुलिस बिना किसी अनुमति के अंदर जाती है और वहां पर छात्रों को मारती पिटती है, लेकिन उसी पुलिस को जेएनयू के भीतर जाने के लिए अनुमति की जरूरत पड़ती है. सलमान खुर्शीद ने इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

'खिसक चुकी है बीजेपी की जमीन'
सलमान खुर्शीद का ये भी कहना था कि बीजेपी की जमीन खिसक चुकी है और इसका आभास इन्हें भी हो गया है. इसीलिए अब ये जनता के बीच जाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि अगर इन्हें खुद पर इतना ही विश्वास है, तो जनता के बीच क्यों जा रहे हैं और उसी अविश्वास के कारण ऐसे हिंसा को हवा दे रहे हैं.

'सियासत नहीं होनी चाहिए'
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्रियों की ओर से जो ट्वीट किए गए हैं. उसमें साफ तौर पर कहा गया कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसे मामलों पर सियासत नहीं होनी चाहिए. सलमान खुर्शीद ने इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि बिल्कुल सियासत नहीं होनी चाहिए. हम यहां पर कोई भाषण बाजी करने नहीं आए हैं. हम इन छात्रों को अपना समर्थन देने के लिए आए हैं और यहां पर चुपचाप खड़े होकर समर्थन दे रहे हैं.

नई दिल्ली: पुलिस मुख्यालय पहुंचे सलमान खुर्शीद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आज छात्रों पर जो हमले हो रहे हैं और जो हमले कर रहे हैं. उन्हें पूरी तरह से सत्ता का संरक्षण प्राप्त है और ये अपने आप में दुर्भाग्य है कि भारत में यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर घुसकर छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं.

पुलिस पर सवाल उठाए
सलमान खुर्शीद ने जामिया प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि जामिया में पुलिस बिना किसी अनुमति के अंदर जाती है और वहां पर छात्रों को मारती पिटती है, लेकिन उसी पुलिस को जेएनयू के भीतर जाने के लिए अनुमति की जरूरत पड़ती है. सलमान खुर्शीद ने इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

'खिसक चुकी है बीजेपी की जमीन'
सलमान खुर्शीद का ये भी कहना था कि बीजेपी की जमीन खिसक चुकी है और इसका आभास इन्हें भी हो गया है. इसीलिए अब ये जनता के बीच जाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि अगर इन्हें खुद पर इतना ही विश्वास है, तो जनता के बीच क्यों जा रहे हैं और उसी अविश्वास के कारण ऐसे हिंसा को हवा दे रहे हैं.

'सियासत नहीं होनी चाहिए'
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्रियों की ओर से जो ट्वीट किए गए हैं. उसमें साफ तौर पर कहा गया कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसे मामलों पर सियासत नहीं होनी चाहिए. सलमान खुर्शीद ने इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि बिल्कुल सियासत नहीं होनी चाहिए. हम यहां पर कोई भाषण बाजी करने नहीं आए हैं. हम इन छात्रों को अपना समर्थन देने के लिए आए हैं और यहां पर चुपचाप खड़े होकर समर्थन दे रहे हैं.

Intro:जेएनयू में हुई हिंसा के बाद हजारों की संख्या में छात्र युवा आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. इनके प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए भारी संख्या में नेता भी पहुंच रहे हैं और इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी पुलिस मुख्यालय पहुंचे.


Body:नई दिल्ली: पुलिस मुख्यालय पहुंचे सलमान खुर्शीद ने यहां ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आज छात्रों पर जो हमले हो रहे हैं और जो हमले कर रहे हैं, उन्हें पूरी तरह से सत्ता का संरक्षण प्राप्त है और यह अपने आप में दुर्भाग्य है कि भारत में यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर घुसकर छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं.

पुलिस पर सवाल

सलमान खुर्शीद ने जामिया प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि जामिया में पुलिस बिना किसी अनुमति के अंदर जाती है और वहां पर छात्रों को मारती पिटती है, लेकिन उसी पुलिस को जेएनयू के भीतर जाने के लिए अनुमति की जरूरत पड़ती है. सलमान खुर्शीद ने इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार और भाजपा को कटघरे में खड़ा किया.

खिसक चुकी है भाजपा की जमीन

सलमान खुर्शीद का यह भी कहना था कि भाजपा की जमीन खिसक चुकी है और इसका आभाष इन्हें भी हो गया है. इसीलिए अब यह जनता के बीच जाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर इन्हें खुद पर इतना ही विश्वास है, तो जनता के बीच क्यों जा रहे हैं और उसी अविश्वास के कारण ऐसे हिंसा को हवा दे रहे हैं.


Conclusion:सियासत नहीं होनी चाहिए

गौरतलब है कि इस मामले को लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा जो ट्वीट किए गए हैं, उसमें साफ तौर पर कहा गया कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसे मामलों पर सियासत नहीं होनी चाहिए. सलमान खुर्शीद ने इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि बिल्कुल सियासत नहीं होनी चाहिए. हम यहां पर कोई भाषण बाजी करने नहीं आए हैं. हम इन छात्रों को अपना समर्थन देने के लिए आए हैं और यहां पर चुपचाप खड़े होकर समर्थन दे रहे हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.