पटना: राजधानी के पालीगंज प्रखंड अंतर्गत सिंगोड़ी गांव में मुस्लिम महिलाएं सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में 6 दिन से अनशन पर बैठी हैं. अनशन पर बैठी महिलाओं को विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिला है. वहीं, अनशन पर बैठी महिलाओं से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पहुंचे. जहां उन्होंने इस लड़ाई में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया. प्रदर्शन पर बैठी महिलाएं केंद्र सरकार से आजादी की मांग कर रही हैं.
विपक्षी पार्टियों ने दिया समर्थन
वहीं, केंद्र सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठी महिलाओं को हम पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी अपना समर्थन दिया है. उन्होंने लोगों को बताया कि जीतन राम मांझी को भी यह पता नहीं है की मेरे दादा और पिता का जन्मस्थान कहां है. उन्होंने कहा की दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और आदिवासी लोग नदी के किनारे घर बनाकर रहते थे. तो उनका प्रमाण-पत्र कहां से लाएंगे.
सरकार को कानून वापस लेना होगा
पंचायत महिला सरपंच नूरी नेशात ने बताया कि हम काला कानून से आजादी चाहते हैं. इसलिए केंद्र सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा. उन्होंने बताया कि जब तक काला कानून वापस नहीं होगा. हम सभी महिला सिंगोड़ी के शाहीन बाग में अनशन पर बैठ कर विरोध करती रहेगी.
लड़ाई में पूरा समर्थन देने का दिया भरोसा
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा की मुसलमान, दलित और अति पिछड़ा एक साथ मिल जाए तो तख्ता पलट कर केंद्र में सरकार बना सकते हैं. उन्होंने कहा की केंद्र सरकार काला कानून बनाकर सभी गरीब और मुसलमानों की नागरिकता को खत्म कर देना चाहती है. उन्होंने महिलाओं को काला कानून के खिलाफ आवाज उठाने के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही इस लड़ाई में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया.