पटना: विधान परिषद के 12 सीटों के लिए राज्यपाल कोटे से होने वाले मनोनयन को लेकर अंतिम फैसला लिया जा चुका है. छह सीटें जहां जदयू के पक्ष में गई, वहीं भाजपा ने भी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार दिए और आनन-फानन में शपथ ग्रहण भी संपन्न हो गया. शपथ ग्रहण के बाद नाराजगी भी उभरकर सामने आने लगी है.
जीतन राम मांझी ने जताई नाराजगी
भाजपा और जदयू ने एमएलसी के 6 सीटे बांट लिए, शपथ ग्रहण समारोह भी संपन्न हो गया. अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दलों में नाराजगी दिख रही है. बीजेपी और जदयू के इस फैसले पर हम पार्टी ने नाराजगी जताई है.
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'सहयोगी दलों की हुई है उपेक्षा'
'एमएलसी मनोनयन में सहयोगी दलों की उपेक्षा हुई है. वीआईपी और हम पार्टी से मशविरा नहीं किया गया और हम लोग फैसले से आहत हुए हैं. पूरे मामले पर मंथन करने के बाद आगे कोई फैसला लेंगे. हम और वीआईपी के खाते में भी एक-एक सीट जाना चाहिए था.' - जीतन राम मांझी, हम प्रमुख