पटना: बिहार में भगवान शिव की जाति को लेकर सियासत लगातार जारी है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि भगवान को जाति में बांटने की जरूरत नहीं है. जो भी ऐसा कर रहे हैं वह अपनी कुंठित और कुत्सित मानसिकता को ही दर्शा रहे हैं.
'हमारा समाज कर्म प्रधान समाज है'
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम लोग एक ही माता-पिता के संतान हैं. ऐसे में भगवान को जाति के बंधन में बांधने की कोई जरूरत नहीं है. पूर्व सीएम ने कहा कि हमारा समाज कर्म प्रधान समाज रहा है, जिसका जिक्र रामायण में भी है. लेकिन लोगों ने इसे जाति में बांट कर बर्बाद कर दिया है.
'न कोई उच्च है न कोई नीच'
जीतन राम मांझी ने कहा कि ना तो यहां कोई ऊंचा है ना ही कोई नीचा. यदि कोई किसी को जाति में बांटने की कोशिश करता है वह हिनियस क्राइम है. भगवान की जाति को बताकर वह अपनी मानसिकता को ही दर्शा रहा है.
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बोले मंत्री प्रेम कुमार- केंद्र सरकार से है पूरी उम्मीद, बाढ़ पीड़ितों की हर संभव होगी मदद
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, बीजेपी के नोनिया बिंद और बेलदार संघ की ओर से राज्यपाल फागू चौहान को बापू सभागार में कार्यक्रम कर सम्मानित किया गया था. जिसमें बीजेपी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे. उसमें उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी खान एवं भूतत्व मंत्री ब्रजकिशोर बिंद भी शामिल हुए थे. ब्रज किशोर बिंद ने सभा को संबोधित करते हुए भगवान शिव को बिंद जाति का बता दिया इसके बाद ही सियासत शुरू है.