पटना: बिहार के समाजवादी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. मौत से कुछ दिन पहले ही उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया था. अब उनकी मौत को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने की है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया है कि रघुवंश प्रसाद सिंह की मौत राजद नेताओं की बयानबाजी के कारण हुई है. उन्होंने कहा कि तेज प्रताप ने रघुवंश प्रसाद सिंह के आरजेडी से जाने को तुलना समंदर से एक लोटा पानी निकलने से करते हुए कहा था कि इतना पानी निकलने से समंदर को कोई फर्क नहीं पड़ता. रघुवंश प्रसाद इससे इतने आहत हुए कि मौत हो गई.
'आरजेडी के बयान से आहत थे रघुवंश बाबू'
जीतन राम मांझी ने कहा कि इस बयान के बाद लालू प्रसाद यादव ने भले ही उन्हें एक पत्र लिखा हो. लेकिन अपने बेटे तेज प्रताप यादव को इस बयान को लेकर कुछ भी नहीं कहा. अभी भी तेज प्रताप यादव राष्ट्रीय जनता दल में बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि मरने से पहले लोगों की चेतना आती है और रघुवंश बाबू ने भी मरने से पहले दो पत्र लिखा. मांझी ने कहा कि आरजेडी के नेताओं के बयान से रघुवंश बाबू काफी आहत थे.