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जेल से बाहर आ सकते हैं लालू,  JDU ने दी प्रतिक्रिया

झारखंड सरकार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. बैठक को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं. बैठक में झारखंड के सीएम हेमंत सोरोन लालू यादव को पैरोल पर छोड़ने को लेकर अहम निर्णय ले सकते हैं. वहीं, इस मामले पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने बताया कि यह फैसला झारखंड सरकार के ऊपर निर्भर करता है.

लालू यादव
लालू यादव
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Published : Apr 13, 2020, 2:10 PM IST

पटना: देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए पूर्व सीएम और राजद अध्यक्ष लालू यादव को राहत मिल सकती है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने राज्य सरकार को लॉकडाउन के दौरान जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी को उनके अच्छे आचरण की वजह से विचार-विमर्श कर पेरोल पर छोड़ने का निर्देश दिया है. इस मामले पर राज्य सरकार चाहे तो उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर कैदियों को छोड़ने पर अंतिम निर्णय ले सकती है. मिल रही जानकारी के अनुसार लालू यादव जेल से बाहर आ सकते हैं. सरकार उनको पैरोल देने पर गहन विचार कर रही है. हालांकि, अभी इसपर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.

झारखंड सरकार ने बुलाई है कैबिनेट की बैठक
बता दें कि झारखंड सरकार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. बैठक को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में लालू यादव को पैरोल पर छोड़ने को लेकर निर्णय लिया जा सकता है. वहीं, इस मामले पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि यह फैसला झारखंड सरकार के ऊपर निर्भर करता है. राज्य सरकार चाहे तो उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर सजायाफ्ता कैदी को छोड़ने पर विचार कर सकती है. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले पर राजद बेवजह बयानबाजी नहीं करे. इस मसले पर राजनीति व्याख्या से अच्छा है कि कानूनी व्याख्या के तहत बयानबाजी करे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'इस मामले पर राजनीति नहीं हो'
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में लॉकडाउन की अवधि में और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राज्य सरकार ने बेहतर कदम उठाए है. सीएम नीतीश कुमार पूरे मामले की खुद से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होनें राजद पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि राजद के ऐसे नेता लालू यादव पर बढ़-चढ़ कर बयान दे रहे हैं. जो जेल में एकबार भी लालू से मिलने नहीं गए. जो लोग लालू यादव को लेकर अति उत्साहित हैं, उन्हें रिम्स में जाकर लालू यादव की सेवा करनी चाहिए थी.

मंत्री नीरज कुमार
मंत्री नीरज कुमार

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने दिया है निर्देश
गौरतलब है कि कोरोना खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है. मुख्य न्यायाधीश के निर्देशानुसार राज्य सरकार उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर तय मानक के अधार पर कैदियों को छोड़ने का निर्णय ले सकती है. बता दें कि राजद सुप्रीमो फिलहाल रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है. पेइंग वार्ड में ही कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इस वजह से राजद सुप्रीमो ने टहलना भी छोड़ दिया है.

पटना: देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए पूर्व सीएम और राजद अध्यक्ष लालू यादव को राहत मिल सकती है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने राज्य सरकार को लॉकडाउन के दौरान जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी को उनके अच्छे आचरण की वजह से विचार-विमर्श कर पेरोल पर छोड़ने का निर्देश दिया है. इस मामले पर राज्य सरकार चाहे तो उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर कैदियों को छोड़ने पर अंतिम निर्णय ले सकती है. मिल रही जानकारी के अनुसार लालू यादव जेल से बाहर आ सकते हैं. सरकार उनको पैरोल देने पर गहन विचार कर रही है. हालांकि, अभी इसपर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.

झारखंड सरकार ने बुलाई है कैबिनेट की बैठक
बता दें कि झारखंड सरकार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. बैठक को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में लालू यादव को पैरोल पर छोड़ने को लेकर निर्णय लिया जा सकता है. वहीं, इस मामले पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि यह फैसला झारखंड सरकार के ऊपर निर्भर करता है. राज्य सरकार चाहे तो उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर सजायाफ्ता कैदी को छोड़ने पर विचार कर सकती है. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले पर राजद बेवजह बयानबाजी नहीं करे. इस मसले पर राजनीति व्याख्या से अच्छा है कि कानूनी व्याख्या के तहत बयानबाजी करे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'इस मामले पर राजनीति नहीं हो'
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में लॉकडाउन की अवधि में और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राज्य सरकार ने बेहतर कदम उठाए है. सीएम नीतीश कुमार पूरे मामले की खुद से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होनें राजद पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि राजद के ऐसे नेता लालू यादव पर बढ़-चढ़ कर बयान दे रहे हैं. जो जेल में एकबार भी लालू से मिलने नहीं गए. जो लोग लालू यादव को लेकर अति उत्साहित हैं, उन्हें रिम्स में जाकर लालू यादव की सेवा करनी चाहिए थी.

मंत्री नीरज कुमार
मंत्री नीरज कुमार

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने दिया है निर्देश
गौरतलब है कि कोरोना खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है. मुख्य न्यायाधीश के निर्देशानुसार राज्य सरकार उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर तय मानक के अधार पर कैदियों को छोड़ने का निर्णय ले सकती है. बता दें कि राजद सुप्रीमो फिलहाल रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है. पेइंग वार्ड में ही कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इस वजह से राजद सुप्रीमो ने टहलना भी छोड़ दिया है.

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