पटना: देश मे एक तरफ कोरोना संक्रमण का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. तो दूसरी ओर इस महामारी बीमारी में कोरोना योद्धाओं के रूप में बिहार की जीविका दीदी भी लगी हुई है. इसी को देखते हुए अब बिहार की जीविका दीदी पहले से बेहतर मास्क बना रही है. दरअसल आईआईटी मुंबई से प्रशिक्षण प्राप्त बिहार के दो जिलों कि जीविका दीदी अब मास्क तैयार कर रही है.
राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखण्ड की जीविका दीदियाों की ओर से बनाए गए मास्क पहले की अपेक्षा अब वायरस से लड़ने में और ज्यादा मददगार साबित होगी. आईआईटी मुंबई द्वारा एक ऐसे केमिकल विकसित किया गया है, जिसका लेप मास्क पर लगाने पर मास्क को वायरस से लड़ने में पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा सुरक्षित बन जाता है.
इस मास्क की खास बात यह है कि रासायनिक घोल लगाने के बाद मास्क को 3 से 4 महीने तक उपयोग किया जा सकता है. यदि 20 से 22 बार धोने के बाद भी इसका सुरक्षात्मक गुण बना रहता है. वहीं, बिहार जीविका प्रबंधन इसकी कीमत तय करने में जुटा हुआ है. हालांकि इसकी कीमत अभी लगभग ₹35 रुपया तक रखी जा सकती है.
आईआईटी मुंबई से मिला प्रशिक्षण
फिलहाल राज्य के दो प्रखंडों को चुना गया है, जिसमें पटना जिले के बिहटा और वैशाली जिला के लालगंज प्रखंड का नाम शामिल है. इसके लिए जीविका दीदियों को आईआईटी मुंबई द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. बिहटा प्रखंड जीविका की बीपीएम (ब्लॉक परियोजना पदाधिकारी ) निर्मला सिंह ने बताया कि अब प्रखंड की जीविका दीदी को और भी हौसला मिलेगा. उन्होंने बताया कि पहले से ही हमारे जीविका दीदियों द्वारा मास्क बनाया जा रहा था. अब तो आईआईटी मुंबई से प्रशिक्षण मिलने के बाद यहां की जीविका दीदी अब और भी पहले से ज्यादा सुरक्षित ढंग से मास्क बनाएगी. वहीं, चुनाव आयोग ने मेडिकेटेड मास्क खरीदने की बात कही है.