पटनाः पूरा विश्व कोरोना से जंग लड़ रहा है. इसके लिए मास्क को जरूरी हथियार बताया गया है. बिहार सहित पूरे देश में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. अचानक मांग बढ़ने की वजह से बाजार में मास्क की कमी हो गई. इसी कमी को दूर करने के लिए जीविका दीदी पूरी शिद्दत से जुटी हैं.
500 जीविका दीदी कर रहीं काम
पटना में कुल 18 से 20 जगहों पर जीविका दीदीयां मास्क निर्माण का काम कर रही हैं. इस कार्य में 500 से अधिक जीविका दीदीयां लगी हैं. जो अब तक कुल एक लाख 70 हजार से अधिक मास्क बना चुकी हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग का होता है पालन
पटना के दीघा स्थित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना पटना का एकमात्र हाईटेक सिलाई मशीनों से लैस सेंटर है. यहां पर कुल 3 टीम बनाई गई है. हर टीम में 4 सदस्य हैं. यानी कुल 12 जीविका दीदीयां यहां कार्य कर रही हैं. ये मात्र 20 दिन में 21 हजार से अधिक मास्क बना चुकी हैं. सेंटर पर काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का खास ख्याल रखा जा रहा है.
15 रुपए है मास्क की कीमत
जीविका के ग्रुप मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि मास्क बनाने में इस्तेमाल होने वाले कपड़े 50 रुपए मीटर से 120 रुपए मीटर तक मिलते हैं. एक मास्क बनाने में 13 से ₹14 खर्च आते हैं. इसकी कीमत 15 रुपए रखी गई है.
राजेश कुमार ने बताया कि ने बताया कि हमारी कोशिश है कि बिहार में मास्क की कमी ना हो. जीविका दीदीयां प्रतिदिन 1000-1500 मास्क का निर्माण कर रही हैं.