पटना: बिहार में मिशन 2020 से पहले जेडीयू अपनी ताकत का एहसास विरोधियों को कराना चाहती थी. पार्टी की ओर से इस रैली में भारी भीड़ जुटाने दावा किया गया था. लेकिन रैली में सीएम नीतीश कुमार के पहुंचते ही सारे दावे की पोल खुल गई.
इस रैली में दो लाख लोगों के पहुंचने की बात कही गई थी. लेकिन ये दावा खोखला साबित हुआ. आधा से ज्यादा गांधी मैदान खाली नजर आया. हर बूथ से 2 कार्यकर्ता के आने का दावा किया गया था. लेकिन भीड़ उम्मीद के मुताबिक कम दिखी. दोपहर के बाद से ही सीएम नीतीश कुमार मंच पर थे. लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ देखने को नहीं मिली. विशेषकर जिन हिस्सों में घेराबंदी की गई थी, उन हिस्सों में कार्यकर्ता नजर नहीं आए.
अपेक्षा के अनुकूल नहीं जुटी भीड़
सीएम नीतीश कुमार के भाषण शुरू होने से पहले ईटीवी भारत की टीम बीच गांधी मैदान में भीड़ का जायजा लिया. इस दौरान सीएम के भाषण के दौरान भी भीड़ काफी कम देखने को मिली.