पटना: बिहार में इफ्तार पार्टी का दौर जारी है. इस पर खूब सियासत भी हो रही है. कभी किसी नेता के इफ्तार पार्टी में शामिल होने पर तो कभी नहीं शामिल होने पर. रविवार को RJD iftar party में लोजपाआर के नेता चिराग पासवान पहुंचे. इसके बाद सियासत गर्मा गयी. इसमें घी का काम किया जेडीयू नेता केसी त्यागी का बयान. उन्होंने कहा था कि अगर चिराग पासवान नीतीश का नेतृत्व स्वीकार करें तो जेडीयू चिराग पासवान का महागठबंधन में स्वागत करेगा. चिराग पासवान को महागठबंधन में आने के ऑफर के बाद बीजेपी अब हमलावर हो गई है.
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केसी त्यागी ना 3 में ना ही 13 मेंः बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि महागठबंधन का जनाधार खत्म हो रहा है. महागठबन्धन लगातार एनडीए के घटक दलों पर डोरे डाल रहा है. जिसका कोई फायदा नहीं होने वाला है. चिराग पासवान मजबूती के साथ हम सभी के साथ खड़े हैं. वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने दम पर केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों के भरोसे पूरे देश में 350 से ज्यादा सीट जीतने का काम करेगी. महागठंबधन के नेता केसी त्यागी न तो तीन में है न ही तेरह में हैं. उनके बयान का कोई मतलब नहीं है.
"महागठबंधन के लोग अब समझने लगे हैं कि एनडीए उन्हें बिहार में चलने नहीं देगा. यही कारण है की उनके नेता एनडीए में तांक झांक कर रहे हैं. लेकिन, उन्हें कोई सफलता नहीं मिलनेवाली है. चिराग पासवान ने इफ्तार पार्टी के बाद कह दिया था कि मुद्दे की राजनीति हम करते हैं और महागठबंधन की सरकार जो बिहार में है वो मुद्दे पर बात ही नहीं करती है. जनता मोदी जी के साथ है और वो कुछ कर लें एनडीए एकजुट है और रहेगा."- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
महागठबंधन को कोई फायदा नहीं: प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि पप्पू यादव तो वहां इसीलिए गए थे कि कोई जगह उन्हें मिल जाय. लालू यादव ने हमेशा अपने परिवार की राजनीति की है. शुरू में पप्पू यादव ही अपने आपको लालू के उतराधिकारी मानते थे, लेकिन लालू यादव ने भाव नहीं दिया. अब फिर से लालू परिवार में वो सटे हैं. देखिए होता क्या है. लेकिन हमें नहीं लगता है कि उन्हें कुछ मिलेगा क्योंकि उनकी राजनीति कुछ ठीक नहीं है. लेकिन जो राजनीति बिहार में हो रही है इससे महागठबंधन को कोई फायदा नहीं होगा.