पटना: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र (Monsoon session of Bihar Legislative Assembly) चल रहा है. मंगलवार को सत्र के दूसरे हाफ में सदन में अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गई. एक ओर जहां अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष पहले दिन से ही हंगामा कर रहा है. वहीं, इस मामले को लेकर सदन के भीतर भाजपा अलग-थलग दिखी. आज अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष के विधायक सदन से बाहर रहे. वहीं, इस दौरान जदयू के विधायकों ने भी सदन के बाहर रहना मुनासिब समझा.
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सदन के भीतर नहीं पहुंचे जदयू विधायक: बिहार विधानसभा के इतिहास में शायद ही ऐसा नजारा पहले कभी देखने को मिला होगा. जब सहयोगी पार्टी के एक भी विधायक सदन में अंदर न हो. आज उत्कृष्ट विधायकों के मसले पर सदन के अंदर चर्चा होनी थी, लेकिन जेडीयू की ओर से एक भी विधायक सदन में मौजूद नहीं थे. इधर, अग्निपथ योजना पर बहस की मांग को लेकर राजद समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने सदन के बहिष्कार का ऐलान कर दिया था और वैसी स्थिति में भोजन अवकाश के बाद जब कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायक सदन के अंदर अलग-थलग पड़ गए.
सदन की कार्रवाई स्थगित: विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने अजीबोगरीब स्थिति को भांप लिया और सदन की कार्रवाई को कल तक के लिए स्थगित कर दी. इस संबंध में जदयू नेत्री और बिहार सरकार में खाद एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि कोई योजना नहीं थी. वे लोग दूसरे वजह से सदन के बाहर थे. उन्होंने कहा कि शायद कोरम पूरा नहीं होने की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
"आज कोई महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं था. इसलिये हमलोग तो लेट से आए थे और उसके बाद हमलोगों की छोटी-मोटी मिटिंग थी. इसी में हमलोग इधर-उधर घुम रहे थे. फिर जैसे ही जाने वाले थे तो पता चला को सदन एबजॉर्ड हो गया. शायद कोरम पूरा नहीं हुआ. सेकैंड हाफ में कोई महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं था. लेट से आए. बाद में पता चला. तबतक बंद हो गया."- लेसी सिंह, मंत्री, बिहार सरकार
भाजपा और जदयू में नहीं है कोई विवाद: राजद विधायक और पार्टी प्रवक्ता अख्तरुल इमान शाहीन ने कहा कि अग्निपथ योजना को लेकर वे लोग बहस की मांग कर रहे थे और अध्यक्ष ने उन लोगों की मांगे नहीं मानी. जिसके बाद सभी लोगों ने सदन का बहिष्कार किया और इस मुद्दे पर जदयू का साथ उन्हें मिला है. जदयू के विधायक भी सदन के अंदर नहीं गए. वहीं, भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि इंडिया में सब कुछ ठीक-ठाक है. कोई विवाद नहीं है. सदन की कार्यवाही स्थगित इसलिए करनी पड़ी. इस पर व्यापक चर्चा की जरूरत है. अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा और जदयू में कोई विवाद नहीं है.
"आज पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार के ही एक घटक आज बहिष्कार किए हैं. सत्ताधारी दल के लोग ही बहिष्कार कर रहे हैं तो समझना चाहिए कि पूरे देश में किस तरह से जनता में आक्रोश है. जनता दल युनाईटेड और तमाम लोग इस बात को समझ रहे है. हमलोगों के साथ. हमलोग की जो मांग हैं उसको मांग है कि भाई इसको अग्निपथ योजना को वापस लेना चाहिए. सदन आज बाजेपी बेनकाब हो गई. अपमानित हो गई. जिस तरह से हमलोग इसपर चर्चा करना चाहते हैं. जदयू इस मत में है कि इस पर चर्चा हो. एक प्रस्ताव बनाकर हमलोग भेजें. करना न करना केंद्र का काम है. प्रस्ताव पारित हो न हो, इसपर चर्चा होनी चाहिए."- अख्तरुल इमान शाहीन, प्रवक्ता, राजद
"जदयू के भी विधायक थे, मंत्री थे. ऑल इज वेल. सब बहुत सुंदर है. कोरम था. कोरम से कई लोग ज्यादा थे. अग्निपथ योजना भारत और बिहार के नौजवानों के लिए सुनहरा अवसर है और आप देखते होईएगा कि जितने साइबर कैफे है. उसमें छात्रों का लाइन लगा हुआ है. अग्निवीर योजना से देश मजबूत होगा, समाज मजबूत होगा. राष्ट्र मजबूत होगा."- हरि भूषण ठाकुर, भाजपा विधायक
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