पटना: बिहार में कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने महागठबंधन नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग की. इस पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने जोरदार कटाक्ष किया है. उन्होंने तेजस्वी पर कोरोना के नाम पर वर्चुअल मीटिंग का नाटक करने का आरोप लगाया है.
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जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वर्चुअल मीटिंग के नाम पर नाटक कर रहे हैं. उनको जनहित से कोई लेना देना नहीं है. जब प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण संकट का दौर चल रहा है, तब तेजस्वी कहां लापता हैं? किसी को पता नहीं है. इस संकट के दौर में नीतीश सरकार कोरोना महामारी को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत से जनता के साथ खड़ी है. लेकिन तेजस्वी यादव मुंह छुपा कर गायब हैं.
तेजस्वी यादव हैं संवेदनहीन
इसके अलावा उमेश कुशवाहा ने कहा कि क्या विपक्षी दल की भूमिका केवल सरकार की आलोचना करने भर रहा गया है? उनका भी जनता के प्रति कोई कर्तव्य है? मेरा मानना है नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनका पूरा जमात संवेदनहीन है. तेजस्वी यादव का वर्चुअल मीटिंग केवल सरकार को बेवजह कोसने के लिए है. इसमें भी कोरोना महामारी से लोगों को राहत दिलाने के लिए कोई चर्चा नहीं होने वाली है. मेरा दावा है कि इस वर्चुअल मीटिंग में भी तेजस्वी जनहित की बात नहीं करने वाले.
'तेजस्वी करते हैं आलोचना'
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों को राहत दिलाने के लिए सभी विधायकों और विधान पार्षदों से राहत कोष में दो करोड़ का अनुदान देने की अपील की थी. तब भी जनहित के इस सवाल पर तेजस्वी यादव नीतीश सरकार की आलोचना करने से नहीं रुके. इसमें भी उन्हें सरकार की कमियां नजर आ रही है. नीतीश सरकार की ओर से कोरोना जांच और वैक्सीनेशन पर पूरा जोर दिया जा रहा है, लेकिन तेजस्वी यादव नीतीश सरकार की इस अभियान की भी आलोचना कर रहे हैं.
'आपदा में तेजस्वी हो जाते हैं गायब'
तेजस्वी यादव अब जनता के बीच एक्सपोज हो गए हैं. इसलिए वर्चुअल मीटिंग का नाटक कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि उनकी कोशिश नाकाम हो जाएगी क्योंकि जनता को पता चल गया है तेजस्वी यादव संवेदनहीन है. प्रदेश में जब भी कोई आपदा आती है तो वह लापता हो जाते हैं. तेजस्वी यादव का यही फितरत हो गया है.