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Ramcharitmanas Controversy : राम के नाम पर JDU-BJP में बढ़ी नजदीकियां.. पशोपेश में RJD - Ramcharitmanas controversy

इन दिनों बिहार की सियासत भगवान राम के इर्द-गिर्द घूम रही है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान (Education Minister Chandrashekhar Singh) को लेकर महागठबंधन में झमेला शुरू हो गया है. जदयू और राजद के बीच आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है तो भाजपा भी मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है. पूरे मसले पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुप्पी साध रखी है. वहीं शिक्षा मंत्री पर कार्रवाई को लेकर जदयू सख्त नजर आ रहा है.

विवादित बयान पर बिहार में  सियासत
विवादित बयान पर बिहार में सियासत
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Published : Jan 16, 2023, 8:54 AM IST

Updated : Jan 16, 2023, 9:08 AM IST

बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर सियासत

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह (Bihar education minister Controversial statement) ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas spreads hatred) को विभाजनकारी करार दिया. मंत्री के बयान के बाद बिहार में सियासी भूचाल मच गया है. जदयू समेत तमाम राजनीतिक दलों ने शिक्षा मंत्री पर हमला बोल दिया. बात यही नहीं रुकी जदयू पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने चंद्रशेखर सिंह पर कार्रवाई की मांग तक कर दी. राजद नेताओं द्वारा रेस्पॉन्ड नहीं किए जाने के बाद जदयू के द्वारा रामचरितमानस का विधिवत पाठ मंदिर में किया गया और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह को आईना दिखाने की कोशिश की गई.

ये भी पढ़ेंः 'रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान निंदनीय.. माफी मांगें तेजस्वी', BJP की मांग

जदयू को सता रहा है वोट बैंक का डरः राम के नाम पर महागठबंधन में गांठ पड़ती दिख रही है. जदयू को वोट बैंक का डर सता रहा है पार्टी नेताओं को लग रहा है कि अति पिछड़ा वोट बैंक खिसक सकता है, ऐसे में जदयू नेता हर हाल में चंद्रशेखर सिंह पर कार्रवाई चाहते हैं. पूरे मसले पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुप्पी साध रखी है. पहले सुधाकर सिंह और अब चंद्रशेखर सिंह ने जदयू की परेशानी बढ़ा दी है दोनों के खिलाफ पार्टी की ओर से कार्रवाई की मांग की जा रही है लेकिन राजद की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है.

बीजेपी के प्रति नीतीश का छलक रहा प्रेमः जेडीयू नेताओं के सुर भी बदले-बदले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी के प्रति प्रेम छलकाने लगे हैं. नीतीश कुमार लगातार सुशील मोदी की तारीफ कर रहे हैं. नए साल में भी नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी अगर होते तो गठबंधन नहीं टूटता. महागठबंधन में जाने को लेकर भी नीतीश कुमार ने स्टैंड क्लियर करते हुए कहा कि मैं महागठबंधन में ललन सिंह और विजेंद्र यादव की वजह से आया. अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के मौके पर भी नीतीश कुमार ने जमकर उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े, तो अरुण जेटली को याद करते हुए नीतीश कुमार ने पुराने दिनों को याद किया. जेपी नड्डा ने बिहार दौरे के दौरान सुशासन और जंगलराज का मुद्दा उठाया था लेकिन जदयू की तरफ से प्रतिवाद नहीं किया गया.

आर पार की लड़ाई के मूड में जदयू नेताः भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा है कि भगवान राम करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं. मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया है हम उनके बयान की भर्त्सना करते हैं. जहां तक जदयू का सवाल है तो जदयू नेता बयानों के जरिए सिर्फ राजद पर दबाव बना रहे हैं अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो मंत्री चंद्रशेखर सिंह को बर्खास्त कर दिखाएं. वहीं, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को आस्था पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए. रामायण महाभारत कुरान और बाइबिल पर विमर्श करने के लिए एजेंसियां हैं, मेरी पार्टी ऐसे बयान की तीखी भर्त्सना करती है. भगवान राम करोड़ों लोगों के आस्था के प्रतीक हैं और आस्था पर कुठाराघात नहीं होना चाहिए.

बदल सकती है राजनीति की दिशा और दशा ः वहीं, राजद प्रवक्ता में मृत्युंजय तिवारी ने शिक्षा मंत्री का बचाव किया है राजद नेता ने कहा है कि जदयू के लोग बेवजह बवाल कर रहे हैं, उपेंद्र कुशवाहा को ऐसे बयान से बचना चाहिए पूरे मामले को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है. इस संबंध में राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का मानना है कि कई मुद्दों पर भाजपा और जदयू के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं, इसके संकेत मिल रहे हैं अगर सुधाकर सही और चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो राजनीति की दिशा और दशा बदल सकती है. जदयू नेताओं के तल्ख अंदाज संकेत इसी दिशा में कर रहे हैं.

बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर सियासत

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह (Bihar education minister Controversial statement) ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas spreads hatred) को विभाजनकारी करार दिया. मंत्री के बयान के बाद बिहार में सियासी भूचाल मच गया है. जदयू समेत तमाम राजनीतिक दलों ने शिक्षा मंत्री पर हमला बोल दिया. बात यही नहीं रुकी जदयू पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने चंद्रशेखर सिंह पर कार्रवाई की मांग तक कर दी. राजद नेताओं द्वारा रेस्पॉन्ड नहीं किए जाने के बाद जदयू के द्वारा रामचरितमानस का विधिवत पाठ मंदिर में किया गया और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह को आईना दिखाने की कोशिश की गई.

ये भी पढ़ेंः 'रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान निंदनीय.. माफी मांगें तेजस्वी', BJP की मांग

जदयू को सता रहा है वोट बैंक का डरः राम के नाम पर महागठबंधन में गांठ पड़ती दिख रही है. जदयू को वोट बैंक का डर सता रहा है पार्टी नेताओं को लग रहा है कि अति पिछड़ा वोट बैंक खिसक सकता है, ऐसे में जदयू नेता हर हाल में चंद्रशेखर सिंह पर कार्रवाई चाहते हैं. पूरे मसले पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुप्पी साध रखी है. पहले सुधाकर सिंह और अब चंद्रशेखर सिंह ने जदयू की परेशानी बढ़ा दी है दोनों के खिलाफ पार्टी की ओर से कार्रवाई की मांग की जा रही है लेकिन राजद की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है.

बीजेपी के प्रति नीतीश का छलक रहा प्रेमः जेडीयू नेताओं के सुर भी बदले-बदले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी के प्रति प्रेम छलकाने लगे हैं. नीतीश कुमार लगातार सुशील मोदी की तारीफ कर रहे हैं. नए साल में भी नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी अगर होते तो गठबंधन नहीं टूटता. महागठबंधन में जाने को लेकर भी नीतीश कुमार ने स्टैंड क्लियर करते हुए कहा कि मैं महागठबंधन में ललन सिंह और विजेंद्र यादव की वजह से आया. अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के मौके पर भी नीतीश कुमार ने जमकर उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े, तो अरुण जेटली को याद करते हुए नीतीश कुमार ने पुराने दिनों को याद किया. जेपी नड्डा ने बिहार दौरे के दौरान सुशासन और जंगलराज का मुद्दा उठाया था लेकिन जदयू की तरफ से प्रतिवाद नहीं किया गया.

आर पार की लड़ाई के मूड में जदयू नेताः भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा है कि भगवान राम करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं. मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया है हम उनके बयान की भर्त्सना करते हैं. जहां तक जदयू का सवाल है तो जदयू नेता बयानों के जरिए सिर्फ राजद पर दबाव बना रहे हैं अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो मंत्री चंद्रशेखर सिंह को बर्खास्त कर दिखाएं. वहीं, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को आस्था पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए. रामायण महाभारत कुरान और बाइबिल पर विमर्श करने के लिए एजेंसियां हैं, मेरी पार्टी ऐसे बयान की तीखी भर्त्सना करती है. भगवान राम करोड़ों लोगों के आस्था के प्रतीक हैं और आस्था पर कुठाराघात नहीं होना चाहिए.

बदल सकती है राजनीति की दिशा और दशा ः वहीं, राजद प्रवक्ता में मृत्युंजय तिवारी ने शिक्षा मंत्री का बचाव किया है राजद नेता ने कहा है कि जदयू के लोग बेवजह बवाल कर रहे हैं, उपेंद्र कुशवाहा को ऐसे बयान से बचना चाहिए पूरे मामले को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है. इस संबंध में राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का मानना है कि कई मुद्दों पर भाजपा और जदयू के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं, इसके संकेत मिल रहे हैं अगर सुधाकर सही और चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो राजनीति की दिशा और दशा बदल सकती है. जदयू नेताओं के तल्ख अंदाज संकेत इसी दिशा में कर रहे हैं.

Last Updated : Jan 16, 2023, 9:08 AM IST
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