पटना: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने जदयू सांसद के पुत्र को एंबुलेंस सेवा का ठेका देने के बाद राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाये थे. जदयू ने भाजपा के इस आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भाजपा के नेता एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवा का भी सनसनी पैदा करने के लिए उपयोग या दुरुपयोग कर सकते हैं.
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"राज्य सरकार का भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति है. भाजपा के नेता एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवा का भी सनसनी पैदा करने के लिए उपयोग या दुरुपयोग कर सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग निश्चित रूप से जो भी प्रक्रिया है उसका पालन की होगी. यदि इसके बाद भी भाजपा के नेता का किसी तरह का गुरेज होगा तो सरकार अपने स्तर से उसे दिखवाएगी"- डॉ सुनील कुमार सिंह, जदयू प्रवक्ता
सरकार अपने स्तर से दिखवाएगीः जदयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने कहा बिहार के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है. एंबुलेंस सेवा मरीजों के ट्रांसपोर्टेशन और रेफरल ट्रांसपोर्टेशन के लिए नीतीश सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग निश्चित रूप से जो भी प्रक्रिया है उसका पालन की होगी यदि इसके बाद भी भाजपा के नेता की कोई शिकायत है तो सरकार अपने स्तर से उसे दिखवाएगी.
रविशंकर प्रसाद के क्या हैं आरोपः बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने बिहार सरकार द्वारा जेडीयू सांसद के बेटे को 1600 करोड़ का ठेका देने पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि जिस कंपनी को आपात एंबुलेंस का ठेका सरकार ने दिया है, उसमें कई विसंगतियां पायी गई हैं. यह कंपनी जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के बेटे की है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि टेंडर नवीकरण में नियमों को शिथिल किया गया है. बड़ी कंपनियां जिनके टेंडर लोएस्ट थे उनकी भी अनदेखी सरकार ने की है. कंपनी पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड को ठेका देने के लिए बिहार सरकार ने नियम कानूनों की भी परवाह नहीं की.