पटना: गोपालगंज में ठेकेदार की जलाकर हत्या के मामले में आरजेडी ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आरजेडी ने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के नेतृत्व में एक टीम भी गोपालगंज भेजी था. टीम ने पटना लौटने के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. वहीं, आरजेडी का जवाब जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने दिया है. राजीव रंजन ने कहा कि आरजेडी को अपना अतीत देखना चाहिए. कानून व्यवस्था नीतीश कुमार की यूएसपी है और गोपालगंज मामले में सख्त कार्रवाई हो रही है.
मामले में आरजेडी की मांग
आरजेडी पूरे मामले की जांच कराने के साथ आरोपी अभियंता के पिछले 5 सालों के कार्यकाल की ईडी से जांच कराने की मांग भी कर रही है. साथ ही पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा सरकार को देने के लिये कह रही है. आरजेडी ने कहा कि बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार ने पूरे मामले में जांच का आदेश दिया है.
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का पलटवार
आरजेडी नेताओं के गोपालगंज मामले में लगातार बयान पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई है. गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी हो रही है. मुख्य अभियंता के घर से राशि की बरामदगी हुई है और जो भी संभव है दोषियों के खिलाफ वह कार्रवाई की जा रही है. आरजेडी को नैतिक शिक्षा देने की जरूरत नहीं है, अपना दागदार इतिहास देखना चाहिए. हम लोग नीतीश कुमार के यूएसपी को खंडित नहीं होने देने वाले हैं. बिहार में जेडीयू और एनडीए सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास है.
'दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई'
बिहार में लगातार अपराधिक घटनाएं हो रही हैं. गोपालगंज में जलाकर मार देने की घटना से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. आरजेडी और विपक्ष ने इस पर सियासत भी शुरू कर दी है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने भी खदान व्यवसायियों के कार्यक्रम में साफ कहा था कि कानून व्यवस्था को लेकर सरकार किसी तरह से समझौता नहीं कर सकती है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.