पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया में बायसी विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक मोहम्मद रुकमुद्दीन और उनके समर्थकों पर जदयू के प्रखंड उपाध्यक्ष की पिटाई और अपमानजनक बर्ताव का आरोप लगा है. पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसे न केवल मारपीट का शिकार बनाया गया, बल्कि पेशाब भी पिलाया गया. इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मारपीट कर पेशाब पिलाने का आरोप : पीड़ित के मुताबिक, विधायक और उनके समर्थकों ने उन्हें बाजार में अपनी गाड़ी पर बिठाकर बायसी थाना क्षेत्र के बैरिया गांव स्थित विधायक के घर ले गए. वहां एक कमरे में बंद कर उन पर लोहे की छड़ों से जमकर पिटाई की गई. इसके बाद जब उन्होंने पानी की मांग की, तो गिलास में पेशाब भरकर पिलाया गया.
भागते-भागते पत्नी पहुंची विधायक के घर : इस हमले में पीड़ित का एक पैर और हाथ टूट गया है. पीड़ित की पत्नी ने इस घटना के बारे में जब सुना, तो वह तुरंत विधायक के घर पहुंची और शोर मचाने लगी. जिसके बाद आसपास के लोग इकट्ठे हो गए, जिन्होंने पीड़ित जेडीयू नेता को अस्पताल पहुंचाया.
मामला दर्ज, पुलिस जांच में जुटी : पीड़ित जेडीयू के प्रखंड उपाध्यक्ष के परिवार ने इस घटना के बाद स्थानीय थाने में विधायक मोहम्मद रुकमुद्दीन समेत उनके 6 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. थाना प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि पीड़ित के द्वारा दर्ज कराए गए मामले में विधायक, उनके भाई और कुछ समर्थक शामिल हैं. आरोपों के तहत जान से मारने की धमकी और अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
"पीड़ित के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है कि विधायक और उनके भाई और समर्थकों ने पिटाई की. जान से मारने की धमकी समेत अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. जल्द ही इस मामले का खुलासा होगा."- संजीत कुमार, थाना प्रभारी, बायसी
विधायक ने आरोपों को नकारा : वहीं, राजद विधायक मोहम्मद रुकमुद्दीन ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि कुछ जदयू नेताओं के द्वारा उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश की जा रही है. विधायक ने आरोपों को पूरी तरह से झूठा बताते हुए कहा कि पुलिस जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी.
"मेरे ऊपर लगे सभी आरोप झूठे हैं. मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी."- मोहम्मद रुकमुद्दीन, राजद विधायक
पीड़ित अपने बयान पर कायम : पीड़ित जेडीयू के प्रखंड उपाध्यक्ष ने कहा, ''यह सब मेरे खिलाफ एक साजिश के तहत हुआ है. विधायक ने अपनी ताकत का दुरुपयोग किया और मेरे साथ जो हुआ वह बेहद निंदनीय है. मुझे न्याय की उम्मीद है.''
साहिद रजा का बयान : इस मामले पर जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ साहिद रजा ने भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. यह दिखाता है कि ताकतवर लोग अपनी सत्ता का गलत इस्तेमाल किस तरह कर सकते हैं. उन्होंने पीड़ित के लिए जल्द न्याय की उम्मीद जताई है.
कौन हैं रुकमुद्दीन ? : 2020 में इन्होंने AIMIM के टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की. फिर ये आरजेडी में शामिल हो गए. AIMIM के पांच में से 4 विधायकों ने 'लालटेन' थाम लिया था.
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