पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले महागठबंधन के घटक दलों ने घोषणा पत्र जारी किया है. इसमें बिहार के युवाओं के लिए रोजगार के वायदे किए गए हैं, लेकिन जेडीयू ने घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है.
दरअसल, महागठबंधन के घटक दलों ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले घोषणा पत्र जारी कर युवाओं के लिए रोजगार के वायदे किए गए हैं. इसके अलावा आम लोगों के लिए भी कई घोषणाएं की गई है. महागठबंधन के घोषणा पत्र पर जेडीयू ने तीखा वार किया है और कहा है कि ये छलावा है.
'बहकावे में नहीं आने वाली है बिहार की जनता'
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि आरजेडी के 15 साल के शासनकाल में ना तो गरीबी दूर हुई. ना ही युवाओं को रोजगार मिला और विधि व्यवस्था की स्थिति कैसी थी वह सब जानते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार बदनाम आरजेडी के शासनकाल में हुआ. वहीं उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार के लोगों को दिवास्वप्न दिखा रहे हैं. जनता उनके शासनकाल को याद कर आज भी भयभीत हो जाती है और अब उनके बहकावे में बिहार की जनता आने वाली नहीं है.