पटना: प्रदेश एनडीए में तकरार और बढ़ती ही जा रही है. इस बीच बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी के बयान ने बीजेपी और जेडीयू के बीच दूरियां और बढ़ा दी हैं. सुब्रमण्यम स्वामी के बयान से जेडीयू खेमे में नाराजगी साफ दिखने लगी है. पार्टी प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा है कि सुब्रमण्यम स्वामी के बयान को बीजेपी ही पहले कई बार खारिज कर चुकी है.
जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने यह भी कहा है कि सुब्रमण्यम स्वामी का बयान बीजेपी का आधिकारिक बयान नहीं है. जहां तक बिहार की बात है तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही 2020 का भी चुनाव लड़ा जाएगा. 2019 की तरह 2020 में भी एनडीए जीतेगी.
बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को ध्यान देना चाहिए
अरविंद निषाद ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को नसीहत दी है कि बयानबाजी करने वाले नेताओं को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में बड़ा भाई कौन है, यह आने वाले समय में पता लगा जाएगा. बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर सीटों पर लड़ी थी तो बड़ा-छोटा कोई नहीं है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने जेडीयू को बताया छोटा भाई
दरअसल, सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि अगर नीतीश कुमार को बिहार में अपनी राजनीति बचानी है तो वह छोटे भाई की भूमिका में रहें. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में अब बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है. जनता बीजेपी को पसंद कर रही हैं और उसकी लहर है. ऐसे में अगर 2020 का चुनाव नीतीश कुमार को जीतना है तो उन्हें बीजेपी के साथ छोटे भाई की भूमिका में रहना होगा.
गौरतलब है कि बीजेपी के तमाम नेता इनदिनों जेडीयू पर हमलावर दिख रहे हैं. पहले गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को पटना में जलजमाव को दोषी बताया तो अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी के बयान ने नई परेशानी पैदा कर दी है. हालांकि, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नेताओं को बेमतलब बयानबाजी से बचने की सलाह दी है.