पटनाः बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से 48 घंटे में अब तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने इसकी कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शराबबंदी जैसा सख्त फैसला लिया. लेकिन गड़बड़ी करने वाले शराबबंदी को सफल नहीं होने दे रहे हैं.
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'महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप बिहार में भी मुख्यमंत्री ने शराबबंदी जैसा बड़ा फैसला लिया है. लेकिन गड़बड़ी करने वाले लोगों की जान से खेलते हैं. लोगों से भी अपील है कि प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी है और लोग पूर्ण शराबबंदी में सहयोग करें. नशे से ज्यादा अहम लोगों की जान है'-अभिषेक झा, प्रवक्ता जदयू
जदयू प्रवक्ता ने कहा घटना दुखद है. हम लोग इसकी निंदा करते हैं. सरकार की तरफ से प्रशासन को सख्त आदेश दिया गया है कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और नजीर पेश करें कि आगे से कोई गड़बड़ी करने की हिम्मत ना करे.
बता दें कि गोपालगंज जिले के महम्मदपुर थाने के कुशहर तुरहा टोले और दलित बस्ती में मंगलवार की शाम दो दर्जन से अधिक लोगों ने जहरीली शराब पी थी. पाउच की शराब पीने के बाद सभी की हालत बिगड़ने लगी. पेट में जलन और मुंह से झाग आने के बाद परिजनों ने आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल और सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां बुधवार को 10 लोगों की मौत हो गई. वहीं, गुरुवार को 7 लोगों ने दम तोड़ दिया. जबकि शुक्रवार को 1 और व्यक्ति की मौत हो गई. इस तरह मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई.
वहीं, पश्चिम चंपारण जिले में भी जहरीली शराब पीने से 15 लोगों की मौत हो गई है. गुरुवार को नौतन प्रखंड के दक्षिणी और उत्तर तेलुआ पंचायत में 7 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी. शुक्रवार तक मरने वालों की संख्या 12 हो गई. दोनों जिलों में हुई कुल मौत का आंकड़ा 33 तक पहुंच गया है.
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