पटनाः बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह के मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित लालू परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा. तेजस्वी यादव के नहीं आने पर जदयू ने तंज कसा. जदयू की विधान पार्षद रीना यादव ने कहा राजद की नियति ही है कि उन्हें ऐसा नेता मिला है जिसका न तेज रह गया है और ना ही यस. महत्वपूर्ण मौके पर हमेशा गायब हो जाते हैं. वहीं, कार्यक्रम में माले विधायक दल के नेता महबूब आलम को बीजेपी के झंडा का जिक्र करने पर विरोध का सामना करना पड़ा.
विधानसभा के 100 साल पूरे होने पर कार्यक्रम
तेजस्वी यादव पर हमेशा यह आरोप लगते रहे हैं कि महत्वपूर्ण मौकों पर गायब हो जाते हैं. चाहे वह आपदा का समय हो या कोई बड़े समारोह, उसमें नजर नहीं आते हैं. विधानसभा के 100 साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में भी तेजस्वी नहीं पहुंचे. इसको लेकर जदयू की विधान पार्षद रीना यादव ने कहा 'यह आरजेडी की नियति है कि उन्हें ऐसा नेता मिला है जिसमें ना तो तेज है और ना ही यस.'
सत्ताधारी दल के नेताओं की ओर से तंज कसे जाने पर आरजेडी विधायक चंद्रशेखर ने कहा 'लालू प्रसाद यादव बीमार हैं. ऐसे में तेजस्वी यादव का वहां रहना जरूरी था.'
वहीं, महबूब आलम के संबोधन के दौरान बीजेपी विधायकों ने विरोध जताया. असल में महबूब आलम बीजेपी झंडा को लेकर बोल रहे थे. बाद में महबूब आलम ने कहा 'यह बीजेपी का कार्यक्रम नहीं था. पार्टी के कार्यक्रम में अपना झंडा इस्तेमाल करें.' दरअसल, विधानसभा के बाहर किसी ने बीजेपी का झंडा लगा दिया था. उसी को लेकर नाराजगी थी. कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष को स्थिति सामान्य बनाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा.
ये भी पढ़ेंः PMCH के नए भवन का CM नीतीश करेंगे शिलान्यास, टेलीमेडिसन सुविधा का भी होगा शुभारंभ
विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और राबड़ी देवी में से कोई भी नहीं आए. समारोह में सभी के नाम से सीटें आरक्षित की गई थी. लालू परिवार से किसी के नहीं आने पर चर्चा भी होती रही. हालांकि, महागठबंधन के नेताओं ने बचाव करने की पूरी कोशिश की.