पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने 7 निश्चय पार्ट 2 का निश्चय पत्र 2020 जारी कर दिया. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने निश्चय पत्र जारी करते हुए कहा कि नीतीश कुमार जो भी वादा करते हैं उसके लिए बजट प्लान भी कर लेते हैं. इसलिए पहले सात निश्चय को पूरा किया गया. अब दूसरा सात निश्चय को पूरा किया जाएगा.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने आरजेडी और कांग्रेस की ओर से किए गए वादे पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्षियों को किसी तरह से सत्ता चाहिए. उन्हें वादा पूरा करना नहीं है इसलिए कुछ भी घोषणा कर रहे हैं.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने दी जानकारी
प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने जदयू कार्यालय में सात निश्चय पार्ट 2 का निश्चय पत्र 2020 जारी किया. वशिष्ठ नारायण सिंह ने सात निश्चय के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी. निश्चय पत्र में 2015 में जो सात निश्चय जारी किया गया था, उसका भी जिक्र है और 2020 में जो जारी किया गया है उसका भी जिक्र किया गया है.
2015 | 2020 | |
1 | आर्थिक हल युवाओं को बल | युवा शक्ति बिहार की प्रगति |
2 | आरक्षित रोजगार महिलाओं का अधिकार | सशक्त महिला सक्षम महिला |
3 | हर घर बिजली | हर खेत में सिंचाई के लिए पानी |
4 | हर घर नल का जल | स्वच्छ गांव समृद्ध गांव |
5 | घर तक पक्की गली नलियां | स्वच्छ शहर विकसित शहर |
6 | शौचालय निर्माण घर का सम्मान | सुलभ संपर्कता |
7 | अवसर बढ़े आगे बढ़े | सब के लिए स्वास्थ्य सुविधा |
आरजेडी पर हमला
वशिष्ठ नारायण सिंह और अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी ने जो वादा किया है उसके लिए 5 लाख करोड़ से अधिक का बजटीय प्रावधान करना होगा. जबकि खुद जब उनकी सरकार थी तो 23 हजार करोड़ का ही बजट था. बिहार का अभी का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ का है. आखिर कहां से पैसे लाएंगे यह तो बताना चाहिए.
जेडीयू नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री सक्षम बिहार बनाना चाहते हैं. बिहार के सभी युवाओं को स्वाबलंबी बनाने की बात कर रहे हैं. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि आरजेडी किसी तरह सत्ता पाना चाहती है. इसलिए बेरोजगारों को गुमराह किया जा रहा है. अशोक चौधरी ने कहा कि 15 साल जातीय उन्माद फैलाकर शासन करते रहे, लेकिन अब जनता नीतीश कुमार के चेहरे पर विश्वास करती है.
घोषणा पत्र पर सियासत
कुल मिलाकर बिहार में घोषणा पत्र पर भी सियासत शुरू हो गयी है. बीजेपी ने भी अपना घोषणा पत्र जारी किया है. उसमें 19 लाख रोजगार देने की बात की गई है. अब यदि उन्हें भी सात निश्चय पार्ट 2 को ही अपने घोषणापत्र में शामिल करना है तो जदयू नेताओं का यह भी कहना है कि यह एनडीए का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भी होगा.