पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब नेताओं का दलबदल शुरू हो चुका है. हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस पर कुछ समय के लिए ब्रेक लगा था, लेकिन अब फिर से सिलसिला शुरू हो गया है. जेडीयू के पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ आरजेडी का लालटेन थाम लिया है. इस पर जेडीयू की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है.
जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि इकबाल अंसारी के इस कदम से पार्टी पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. मुसलमानों के लिए केवल नीतीश कुमार ने ही पूरे देश में सबसे अधिक काम किया है. लालू यादव के शासनकाल में तो मौलवियों पर लाठीचार्ज तक किया गया था. साथ ही खालिद अनवर ने इकबाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो एमएलसी के लोभ में आरजेडी में गए हैं.
‘सियासी पार्टी छोड़ कॉरपोरेट पार्टी ज्वाइन किए जावेद’
बता दें कि पिछले दिनों जावेद इकबाल अंसारी आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से रांची में जाकर मुलाकात भी की थी. तभी से उसके आरजेडी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. पहले भी जावेद आरजेडी में ही थे. वहीं इस बार फिर से पार्टी बदलने पर जेडीयू एमएलसी ने कहा जावेद इकबाल अंसारी सियासी पार्टी छोड़ कर कॉरपोरेट पार्टी ज्वाइन कर लिया है. जेडीयू में उन्हें नीतीश कुमार ने एमएलसी बनाया था लेकिन अब जहां गए हैं वहां बिना कुछ लिए कुछ होता नहीं है.
आरजेडी पर सिर्फ वोट लेने का आरोप
इसके अलावा जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने आरजेडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब आरजेडी पर बिहार की जनता विश्वास नहीं करती है. आरजेडी ने केवल एमवाई समीकरण के नाम पर वोट लिया लेकिन मुसलमानों के लिए कुछ किया नहीं. वहीं सीएम नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए कई काम किए हैं.
दल-बदल का सिलसिला तेज
जेडीयू नेताओं के आरजेडी में शामिल होने के बाद तय है कि आने वाले दिनों में दलबदल का सिलसिला और तेज होगा. जेडीयू नेताओं की तरफ से भी बार-बार दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस और आरजेडी में कई ऐसे नेता हैं जो जेडीयू में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार के सिग्नल का इंतजार कर रहे हैं.