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लालू के तीन MLC उम्मीदवारों पर JDU का तंज- 'RJD की संस्कृति देने की नहीं बल्कि लेने वाली'

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने तीन जैसे ही तीन एमएलसी उम्मीदवारों की घोषणा की NDA की तरफ से निशाने पर आ गए. इस बार JDU ने आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा है कि (JDU on three RJD MLC Candidate) आरजेडी की संस्कृति देने की नहीं बल्कि लेने की रही है. पढ़ें पूरी खबर-

लालू के तीन MLC उम्मीदवारों पर JDU का तंज
लालू के तीन MLC उम्मीदवारों पर JDU का तंज
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Published : May 31, 2022, 7:53 PM IST

Updated : May 31, 2022, 8:00 PM IST

पटना : राजद ने विधान परिषद के तीन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. इसको लेकर अब बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. महागठबंधन के घटक दल माले ने राजद के एमएलसी चुनाव के उम्मीदवार के लिस्ट को लेकर सवाल करना शुरू कर दिया है. तो वहीं, सत्तापक्ष के लोग भी तंज कस रहे हैं. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है. फिर भी 'महाठगबंधन' का जो स्वरूप रहा है, शुरू से सिर फुटौअल की स्थिति बनी रही है. आरजेडी की यह संस्कृति रही है. सारी चीजें उनके दल को ही मिलनी चाहिए और किसी सहयोगी को कुछ नहीं मिलना चाहिए. तो यह लोग अपनी संस्कृति दिखाते रहे हैं और 'महाठगबंधन' के सामने एनडीए का कुनबा मजबूती से चुनाव लड़ता रहा है.

ये भी पढ़ें- BJP राज्यसभा प्रत्याशी शंभू शरण पटेल और सतीश चंद्र दुबे ने किया नामांकन, 5 सीटों पर निर्विरोध चुनाव के आसार

'महाठगबंधन का जो स्वरूप रहा है उसमें शुरू से ही सिर फुटौअल की नौबत रही है. आरजेडी ने हमेशा ऐसी ही संस्कृति रखी है, जिसमें सारी चीजें उनके दल को ही मिलनी चाहिए. दूसरे दलों को कुछ भी नहीं मिलना चाहिए. एनडीए का कुनबा महागठबंधन के सामने बड़ी मजबूती के साथ ही लड़ता है और जीतता है'- अभिषेक झा, प्रवक्ता, जेडीयू


विधान परिषद की 4 सीटों पर एनडीए कब घोषणा करेगा इस पर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि एनडीए में सभी चीजों पर मंथन चलता रहता है. एनडीए के शीर्ष नेता मिल बैठकर सही समय पर घोषणा करते रहे हैं. इससे पहले पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने भी तंज कसा था.

'राजद के पास उतनी संख्या बल नहीं है कि अकेले वो अपने दम पर मैदान मार सके. राजद के सहयोगी दल भी राजद के इस फैसले में साथ नहीं दिख रहे हैं और ऐसी स्थिति रही तो राजद के तीनों उम्मीदवार की जीत नहीं होगी. कांग्रेस पहले से महागठबंधन से अलग है और अब माले को भी राजद ने दरकिनार करने का काम किया है. ऐसी स्थिति बनी रही तो राजद के मनमानी के कारण उम्मीदवार को जीतना मुश्किल हो जाएगा'- सम्राट चौधरी, पंचायती राज मंत्री

22 जुलाई को खाली हो रही परिषद की 7 सीटेंः बता दें कि आरजेडी ने सोमवार को तीन एमएलसी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की. बिहार विधान परिषद की 7 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नामों का ऐलान किया. इस बार आरेजडी ने विधान परिषद के चुनाव में अल्पसंख्यक और ब्राह्मण उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. परिषद की 7 सीटें 22 जुलाई को खाली होने जा रही है. खाली हो रहे विधान परिषद के 7 सीटों में से 5 सीट फिलहाल जदयू की है और 2 सीट बीजेपी खेमे की हैं. जिस पर चुनाव 20 जून को होना है. राजद ने जिन उम्मीदवारों को विधान परिषद के चुनाव में उतारा है उनके नाम युवा राजद के प्रदेशाध्यक्ष कारी सोहैब, मुन्नी देवी उर्फ मुन्नी रजक और अशोक पांडे हैं.

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पटना : राजद ने विधान परिषद के तीन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. इसको लेकर अब बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. महागठबंधन के घटक दल माले ने राजद के एमएलसी चुनाव के उम्मीदवार के लिस्ट को लेकर सवाल करना शुरू कर दिया है. तो वहीं, सत्तापक्ष के लोग भी तंज कस रहे हैं. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है. फिर भी 'महाठगबंधन' का जो स्वरूप रहा है, शुरू से सिर फुटौअल की स्थिति बनी रही है. आरजेडी की यह संस्कृति रही है. सारी चीजें उनके दल को ही मिलनी चाहिए और किसी सहयोगी को कुछ नहीं मिलना चाहिए. तो यह लोग अपनी संस्कृति दिखाते रहे हैं और 'महाठगबंधन' के सामने एनडीए का कुनबा मजबूती से चुनाव लड़ता रहा है.

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'महाठगबंधन का जो स्वरूप रहा है उसमें शुरू से ही सिर फुटौअल की नौबत रही है. आरजेडी ने हमेशा ऐसी ही संस्कृति रखी है, जिसमें सारी चीजें उनके दल को ही मिलनी चाहिए. दूसरे दलों को कुछ भी नहीं मिलना चाहिए. एनडीए का कुनबा महागठबंधन के सामने बड़ी मजबूती के साथ ही लड़ता है और जीतता है'- अभिषेक झा, प्रवक्ता, जेडीयू


विधान परिषद की 4 सीटों पर एनडीए कब घोषणा करेगा इस पर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि एनडीए में सभी चीजों पर मंथन चलता रहता है. एनडीए के शीर्ष नेता मिल बैठकर सही समय पर घोषणा करते रहे हैं. इससे पहले पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने भी तंज कसा था.

'राजद के पास उतनी संख्या बल नहीं है कि अकेले वो अपने दम पर मैदान मार सके. राजद के सहयोगी दल भी राजद के इस फैसले में साथ नहीं दिख रहे हैं और ऐसी स्थिति रही तो राजद के तीनों उम्मीदवार की जीत नहीं होगी. कांग्रेस पहले से महागठबंधन से अलग है और अब माले को भी राजद ने दरकिनार करने का काम किया है. ऐसी स्थिति बनी रही तो राजद के मनमानी के कारण उम्मीदवार को जीतना मुश्किल हो जाएगा'- सम्राट चौधरी, पंचायती राज मंत्री

22 जुलाई को खाली हो रही परिषद की 7 सीटेंः बता दें कि आरजेडी ने सोमवार को तीन एमएलसी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की. बिहार विधान परिषद की 7 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नामों का ऐलान किया. इस बार आरेजडी ने विधान परिषद के चुनाव में अल्पसंख्यक और ब्राह्मण उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. परिषद की 7 सीटें 22 जुलाई को खाली होने जा रही है. खाली हो रहे विधान परिषद के 7 सीटों में से 5 सीट फिलहाल जदयू की है और 2 सीट बीजेपी खेमे की हैं. जिस पर चुनाव 20 जून को होना है. राजद ने जिन उम्मीदवारों को विधान परिषद के चुनाव में उतारा है उनके नाम युवा राजद के प्रदेशाध्यक्ष कारी सोहैब, मुन्नी देवी उर्फ मुन्नी रजक और अशोक पांडे हैं.

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Last Updated : May 31, 2022, 8:00 PM IST
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