नई दिल्ली/पटना: लोकसभा में ट्रिपल तलाक विधेयक पेश हो गया है. इस पर चर्चा हो रही है. सरकार इसी सत्र में इसे लोकसभा और राज्यसभा में पारित कराना चाहती है. लेकिन राज्यसभा में उसके पास बहुमत नहीं है. वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता पवन वर्मा ने भी तीन तलाक बिल पर बड़ा बयान दिया है.
जेडीयू ने महासचिव ने दी प्रतिक्रिया
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने कहा कि संसद में जेडीयू ट्रिपल तलाक बिल का विरोध करेगी. वह मौजूदा बिल के पक्ष में नहीं है. मौजूदा जो बिल है उसमें ट्रिपल तलाक का अपराधीकरण किया गया है. मौजूदा बिल के अनुसार 3 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है, जुर्माना भी है, बेल मिलने के लिए भी कई कंडीशन हैं, साथ ही बिना वारंट के गिरफ्तारी का प्रावधान है. जो कि ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि जदयू ट्रिपल तलाक का समर्थन नहीं करती है. लेकिन सरकार के खिलाफ भी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि एक अच्छा ट्रिपल तलाक बिल आना चाहिए, जिस पर सभी दलों की सहमति होनी चाहिए और सभी दलों से चर्चा कर बिल को बनाया जाना चाहिए. अगर ऐसा कोई बिल आयेगा तो जदयू उसका समर्थन करेगी.
ट्रीपल तलाक पर पक्ष-विपक्ष है आमने-सामने
गौरतलब है कि तीन तलाक के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष आमने सामने हैं. बीजेपी तीन तलाक बिल को महिला सशक्तिकरण से जोड़कर बता रही है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कई मुस्लिम देशों में भी तीन तलाक समाप्त हो चुका है. विपक्ष केवल वोट के लिए विरोध कर रहा है. यह पॉलीटिकल स्टंट है. इस पर आरजेडी और कांग्रेस दोनों पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है.