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मंजीत सिंह की 'घर वापसी', तो क्या मान लिया जाए विधानसभा चुनाव के दौरान मंजीत और JDU के बीच मैच फिक्स था!

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Published : Jul 11, 2021, 8:32 AM IST

Updated : Jul 11, 2021, 1:19 PM IST

गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा सीट ( Baikunthpur Assembly Seat) ने बिहार का सियासी (Bihar Politics) पारा चढ़ा दिया है. मंजीत सिंह (Manjit Singh) की वजह से भाजपा नेता (BJP Leader) मिथिलेश तिवारी चुनाव हारे थे लेकिन कुछ ही महीने बाद उनको महिमामंडित कर जेडीयू ने वापस बुला लिया गया है. पढ़ें पूरी खबर

मंजीत सिंह जेडीयू में शामिल
मंजीत सिंह जेडीयू में शामिल

पटना: मंजीत सिंह ( Manjit Singh ) जेडीयू (JDU) में शामिल तो होग गए हैं. लेकिन उनेक पार्टी में शामिल होने के साथ ही कई सावल भी उठ रहे हैं. JDU में जब शामिल होना ही था तो जेडीयू छोड़कर अलग ही क्यों हुए थे? बीजेपी नेता मिथलेश तिवारी, जो गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार थे, उनका आरोप है कि मंजीत सिंह के निर्दलीय उम्मीदवार लड़ने पर जेडीयू ने उनके ऊपर अनुशासन का डंडा नहीं चलाया था, पार्टी ने उन्हें निष्कासित नहीं किया था. तो क्या ये माना जाए कि मंजीत सिंह जेडीयू नेताओं के सहमति से चुनाव लड़े थे!

ये भी पढ़ें- मंजीत सिंह एक बार फिर चलाएंगे 'तीर', JDU में होगा Welcome

मंजीत सिंह जेडीयू नेताओं के सहमति से क्या विधानसभा चुनाव ( Assembly Election) लड़े थे. ये सावल उठना लाजमी है. क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बैकुंठपुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन प्रत्याशी ( NDA Candidate ) की चुनाव में हार हुई थी. बीजेपी (BJP) और जेडीयू के कई बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे और उनपर अनुशासन का डंडा भी चला था और नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. जेडीयू से विधायक रह चुके मंजीत सिंह भी बैकुंठपुर से बीजेपी (BJP) उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़े थे लेकिन पार्टी ने उन्हें निष्कासित नहीं किया था.

देखें वीडियो

ये आरोप मिथिलेश तिवारी लगा रहे हैं. दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान बैकुंठपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया था और वहां से आरजेडी उम्मीदवार कुछ ही मतों के अंतर से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. मंजीत सिंह की वजह से बीजेपी नेता मिथिलेश तिवारी चुनाव हार गए थे.

ये भी पढ़ें- मंजीत सिंह ने नीतीश कुमार को बताया 'राजनीतिक पिता', कहा- तेजस्वी से सिर्फ हुई शिष्टाचार मुलाकात

मंजीत सिंह जेडीयू (JDU) में शामिल हो गए हैं. कर्पूरी सभागार (karpoori Auditorium) में आयोजित समारोह में मंजीत सिंह औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल हुए. मिलन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, सांसद ललन सिंह और मंत्री लेसी सिंह मौजूद थे.

'हम चुनाव भले ही निर्दलीय लड़े थे लेकिन अगर हम चुनाव जीत जाते तो जेडीयू के साथ ही रहते और मेरा समर्थन सरकार के साथ रहता.' : मंजीत सिंह, जेडीयू नेता

'मंजीत सिंह कभी जेडीयू से अलग नहीं हुए थे. कुछ समय के लिए इधर-उधर गए थे, लेकिन इनका मन जेडीयू के साथ ही था. मंजीत सिंह में नेतृत्व क्षमता है और संगठन के लिए यह बेहतर काम कर सकते हैं, पार्टी में इनकी उपयोगिता है.' : ललन सिंह, जेडीयू सांसद

'मंजीत सिंह का स्वागत उनके घर में हम कर रहे हैं, पार्टी को मजबूत करने में मंजीत सिंह और उनके परिवार का जितना योगदान है, उतना शायद ही किसी का होगा.' : विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री, बिहार

पटना: मंजीत सिंह ( Manjit Singh ) जेडीयू (JDU) में शामिल तो होग गए हैं. लेकिन उनेक पार्टी में शामिल होने के साथ ही कई सावल भी उठ रहे हैं. JDU में जब शामिल होना ही था तो जेडीयू छोड़कर अलग ही क्यों हुए थे? बीजेपी नेता मिथलेश तिवारी, जो गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार थे, उनका आरोप है कि मंजीत सिंह के निर्दलीय उम्मीदवार लड़ने पर जेडीयू ने उनके ऊपर अनुशासन का डंडा नहीं चलाया था, पार्टी ने उन्हें निष्कासित नहीं किया था. तो क्या ये माना जाए कि मंजीत सिंह जेडीयू नेताओं के सहमति से चुनाव लड़े थे!

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मंजीत सिंह जेडीयू नेताओं के सहमति से क्या विधानसभा चुनाव ( Assembly Election) लड़े थे. ये सावल उठना लाजमी है. क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बैकुंठपुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन प्रत्याशी ( NDA Candidate ) की चुनाव में हार हुई थी. बीजेपी (BJP) और जेडीयू के कई बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे और उनपर अनुशासन का डंडा भी चला था और नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. जेडीयू से विधायक रह चुके मंजीत सिंह भी बैकुंठपुर से बीजेपी (BJP) उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़े थे लेकिन पार्टी ने उन्हें निष्कासित नहीं किया था.

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ये आरोप मिथिलेश तिवारी लगा रहे हैं. दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान बैकुंठपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया था और वहां से आरजेडी उम्मीदवार कुछ ही मतों के अंतर से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. मंजीत सिंह की वजह से बीजेपी नेता मिथिलेश तिवारी चुनाव हार गए थे.

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मंजीत सिंह जेडीयू (JDU) में शामिल हो गए हैं. कर्पूरी सभागार (karpoori Auditorium) में आयोजित समारोह में मंजीत सिंह औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल हुए. मिलन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, सांसद ललन सिंह और मंत्री लेसी सिंह मौजूद थे.

'हम चुनाव भले ही निर्दलीय लड़े थे लेकिन अगर हम चुनाव जीत जाते तो जेडीयू के साथ ही रहते और मेरा समर्थन सरकार के साथ रहता.' : मंजीत सिंह, जेडीयू नेता

'मंजीत सिंह कभी जेडीयू से अलग नहीं हुए थे. कुछ समय के लिए इधर-उधर गए थे, लेकिन इनका मन जेडीयू के साथ ही था. मंजीत सिंह में नेतृत्व क्षमता है और संगठन के लिए यह बेहतर काम कर सकते हैं, पार्टी में इनकी उपयोगिता है.' : ललन सिंह, जेडीयू सांसद

'मंजीत सिंह का स्वागत उनके घर में हम कर रहे हैं, पार्टी को मजबूत करने में मंजीत सिंह और उनके परिवार का जितना योगदान है, उतना शायद ही किसी का होगा.' : विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री, बिहार

Last Updated : Jul 11, 2021, 1:19 PM IST
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