पटनाः महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) लगातार गहराता जा रहा है. वहां शिवसेना में जिस प्रकार से विद्रोह है, उससे सरकार पर खतरा बना हुआ है. पूरे देश की नजर इन दिनों महाराष्ट्र पर लगी हुई है. वहीं, बिहार में जदयू कार्यालय के जनसुनवाई कार्यक्रम (JDU public hearing program in Patna) में पहुंचे मंत्री विजेंद्र यादव से जब इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये महाराष्ट्र में शिवसेना का इंटरनल मामला है. कोई पॉलीटिकल क्राइसिस नहीं है.
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"महाराष्ट्र में शिवसेना का ये इंटरनल मामला है. किसी दल में विद्रोह हो रहा है कोई पॉलीटिकल क्राइसिस नहीं है . पार्टी के नेता के खिलाफ विद्रोह हो रहा है. तो उस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रांतीय अध्यक्ष मामले को देखेंगे. उससे बिहार का कोई लेना देना नहीं है"- विजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री
'जदयू एकदम एकजुट है': जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार में भी ऐसा कोई राजनीतिक संकट पैदा हो सकता है तो विजेंद्र यादव ने कहा कि मुंबई और बिहार में जमीन आसमान का अंतर है. वहां की तुलना यहां से नहीं की जा सकती. विपक्ष तो चाहेगा ही कि पार्टी को तोड़ दें और यह तो नेता की कमजोरी होगी की पार्टी को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं. आपलोगों को ऐसा क्यों लगता है कि जदयू में कहीं से कोई टूट होने वाली है. ऐसा कुछ नहीं है जदयू एकदम एक जुट है.
कार्यकर्ता सीधे होते हैं मंत्री से मुखातिबः आपको बता दें कि मंत्री विजेंद्र यादव जदयू कार्यालय में आज जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं और आम लोगों की परेशानी को सुना और उसे दूर करने का आश्वासन भी दिया. दरअसल पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित निपटारा करने के लिए पार्टी की तरफ से जनसुनवाई कार्यक्रम किया जाता है. इसमें सप्ताह में 4 दिन विभिन्न विभागों के मंत्री जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल होते हैं. इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता सीधे मंत्री से मुखातिब होकर अपनी समस्याओं को रखते हैं. मंत्री द्वारा उसका निपटारा किया जाता है.