पटना : महाराणा प्रताप स्मृति समारोह में जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को पोस्टर में ही जगह नहीं मिली थी, बल्कि उनको निमंत्रण भी नहीं दिया गया था. इसलिए जेडीयू के सभी मंत्री और पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी पहुंचे लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा ने दूरी बनाकर रखी हुई थी. स्वाभिमान दिवस में उपेन्द्र कुशवाहा की गैरमौजदूगी से एक बार फिर सियासत गर्म हो गई.
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स्वाभिमान दिवस में नहीं शामिल हुए उपेन्द्र: बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में जनता दल युनाइटेड की ओर से महाराणा प्रताप स्मृति समारोह के मौके पर स्वाभिमान दिवस मनाया जा रहा है. कार्यक्रम में ऐसे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जदयू के अधिकांश वरिष्ठ नेता शामिल हुए, कई मंत्री भी पहुंचे थे और पार्टी के अधिकांश राजपूत नेता भी मौजूद थे. लेकिन, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दूरी बना ली. जो जानकारी है मिल रही है उसके मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा को कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भी नहीं दिया गया था.
महाराणा प्रताप से नीतीश की तुलना: जनता दल युनाइटेड की ओर से महाराणा प्रताप स्मृति समारोह के मौके पर स्वाभिमान दिवस मनाया जा रहा है. पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में जदयू की ओर से बड़ा कार्यक्रम हुआ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महाराणा की बातों को घर-घर तक पहुंचाने की बात कही. मुख्यमंत्री ने आनंद मोहन की जल्द रिहाई के संकेत भी दिए. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि महाराणा भी दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते थे. हमारे नेता नीतीश कुमार भी दृढ़ इच्छाशक्ति वाले हैं.
''महाराणा प्रताप दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते हैं. हमारे नेता सीएम नीतीश कुमार भी दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते हैं. 2020 में उन्होंने घोषणा की और 2023 में महाराणा प्रताप की आदमकद मूर्ति का पटना में अनावरण कर दिया. अगर कोरोना नहीं आता तो 2021 में ही हो गया होता.''- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
'सुशांत सिंह के नाम से बने फिल्म सिटी' : कार्यक्रम के संबोधन में कई नेताओं ने कहा कि राजपूत समाज के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुत काम किया है. इसलिए समाज को आज मुख्यमंत्री के साथ एकजुटता के साथ खड़ा होने का संकल्प लेना चाहिए. वहीं, आयोजन कर्ता संजय सिंह ने मांग करते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि फिल्म सिटी का नाम सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर रखा जाए और महाराणा जयंती पर 1 दिन का अवकाश हो.
3 साल बाद हुआ कार्यक्रम: महाराणा प्रताप स्मृति समारोह पर जदयू के तरफ से आज भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 3 साल के बाद एक बार फिर से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया और इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ पार्टी के सभी अधिकांश मंत्री और राजपूत नेता पहुंचे थे. बड़ी संख्या में महाराणा को मानने वाले लोग भी शामिल हुए.
'मूर्ति लगाने का वादा पूरा': मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि महाराणा समाज के सभी वर्ग को लेकर चलते थे. उनकी बातों को घर-घर तक पहुंचाने का काम करें. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने महाराणा के संघर्ष और दृढ़ संकल्प की तुलना नीतीश कुमार के दृढ़ संकल्प से की. ललन सिंह ने कहा कि 2020 में मुख्यमंत्री ने महाराणा की मूर्ति पटना में लगाने का वादा किया था. इस साल वह मूर्ति लग गई है. यदि कोरोना नहीं रहता तो पहले लग जाती.
सीएम नीतीश से तीन डिमांड: मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के लोगों के लिए बहुत काम किया है. मंत्री विजय कुमार चौधरी और मंत्री संजय झा ने भी महाराणा से प्रेरणा लेने की बात कही. जदयू नेताओं ने यह बताने की पूरी कोशिश की है कि महाराणा के पद चिन्हों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चल रहे हैं. इस मौके पर आयोजन कर्ता विधान पार्षद संजय सिंह ने मुख्यमंत्री के सामने तीन मांगें रखीं. सुशांत सिंह के नाम पर फ़िल्म सिटी का नाम रखने, महाराणा के नाम पर मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम करने और महाराणा जयंती पर 1 दिन का अवकाश घोषित करने की मांग शामिल है.