पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय पर जातीय जनगणना (caste census in bihar) को लेकर निशाना साधा है. इस पर जदयू ने पलटवार ( JDU attacks Tejashwi Yadav) किया है. दरअसल तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "भाजपा घोर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी है. बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव 2 बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है लेकिन बीजेपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है."
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जदयू का तेजस्वी पर पलटवार: तेजस्वी यादव के ट्वीट पर जदयू ने निशाना साधा है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU spokesperson Neeraj Kumar) ने कहा कि सुविधा के अनुसार राजनीति.. जब पक्ष विपक्ष राजी तो फिर क्यों बयानबाजी... संसद में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित है. बिहार से सर्वसम्मति प्रस्ताव पारित है. केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा जैसे राज्यों ने चिंता जताई है. प्रधानमंत्री से मिलने सर्वदलीय शिष्टमंडल बिहार और झारखंड से गया है. बिहार सरकार की स्पष्ट समझ है और शुरू से नीतीश कुमार की स्पष्ट समझ रही है. यदि सामाजिक आर्थिक के साथ जातीय जनगणना होगा तो मानव विकास सूचकांक को यह बेहतर बनाएगा.
"किस जाति में क्या स्थिति है. उनके कल्याण के लिए योजना कैसे बनेगी, यह प्रक्रिया है. चट मंगनी पट ब्याह वाली बात नहीं है. कर्नाटक में कब से यह प्रक्रिया प्रारंभ हुई है लेकिन अब तक रिपोर्ट जारी नहीं हुई है. इसलिए भरोसा रखना चाहिए. नीतीश कुमार ने कहा है कि करेंगे तो जरूर करेंगे. इस सवाल पर कोई भेद नहीं रहा है. हमें तो लोग फॉलो करते हैं, आगे भी बिहार लीडिंग स्टेट रहेगा."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
तेजस्वी का ट्वीट ': तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "भाजपा घोर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी है. बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव 2 बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है लेकिन बीजेपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है."
'बिहार में तो हम कराइये देंगे': आपको बताएं कि इससे पहले फरवरी महीने में भी नीतीश कुमार ने कहा था कि जातीय जनगणना को लेकर एकमत हैं. हम चाहते हैं कि कुछ भी घोषणा करने से पहले एक बार साथ बैठकर बातचीत की जाए और फिर अच्छे से इसे पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि कोई चीज ऐलान करने से पहले हम चाहते हैं कि एक साथ बैठकर सभी लोगों के आईडिया पर विचार किया जाए. सभी लोगों की राय और सहमति लेकर हम इसे करना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि दूसरे राज्य में यह (जातीय जनगणना) कैसे हुआ, इसपर नहीं जाइए.
'जातिगत जनगणना से बिहार का भला': उधर, जातीय जनगणना पर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav on Caste Census) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पूछा था कि जब प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर हम लोगों की मुलाकात हुई थी तो मैंने यह कहा था कि बिहार को जातीय जनगणना करना चाहिए. सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना होनी चाहिए, यह राष्ट्रहित में है. बिहार में जातीय जनगणना का समर्थन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी किया था. फिर आखिर क्यों वह इसमें देर कर रहे हैं, यह तो वही बता सकते हैं. अगर हमारी सरकार होती तो हमने इसे तुरंत करा दिया होता. भले ही हमारी सरकार चली जाती. हम बिना किसी डर के इसे तुरंत कराते, क्योंकि इसमें बिहार के लोगों का भला है.
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