पटना: जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. नाराजगी के बीच उन्होंने अमित शाह के जीवन काल पर रचित पुस्तक की परिचर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. अजय आलोक को बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पहली पंक्ति में जगह भी मिली. ऐसे में उनके बीजेपी में शामिल होने को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
बीजेपी से नजदीकी बढ़ी!
बदली परिस्थितियों में अजय आलोक ने बीजेपी से नजदीकियां बढ़ा रखी हैं. इसकी एक बानगी तब दिखी जब राजधानी पटना के ज्ञान भवन में अमित शाह की जीवनी पर लिखी गई पुस्तक पर विमर्श कार्यक्रम के दौरान अजय आलोक भी मौजूद थे.
नित्यानंद राय के पास बैठे आलोक
बीजेपी ने अजय आलोक को काफी तरजीह भी दी. उन्हें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के करीब पहली पंक्ति में जगह दी गई. कार्यक्रम के बाद अजय आलोक को बीजेपी के कई मंत्रियों से मिलते और बातचीत करते भी देखा गया.
बीजेपी से नजदीकी से किया इंकार
हालांकि, कार्यक्रम समाप्त होने के बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने अजय आलोक से बीजेपी के साथ नजदीकी को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने ऐसी किसी बात से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पुस्तक के प्रकाशक ने उन्हें निमंत्रण दिया था. लिहाजा वे इस कार्यक्रम में शरीक हुए हैं.
'शाह की जीवनी से सीख लेने की दरकार'
इस दौरान अजय आलोक ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि अमित शाह की जीवनी से लोगों को बहुत कुछ सीख लेने की जरूरत है.
जेडीयू से नाराज हैं अजय आलोक
बताएं कि जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक को पार्टी ने किनारा कर दिया है. वे जेडीयू के प्राथमिक सदस्य तो हैं, लेकिन पार्टी ने किसी पद पर उन्हें नहीं रखा है. तीन तलाक और जम्मू कश्मीर पर दिए गए बयान के चलते अजय आलोक सुर्खियों में रहे थे और उनके खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई की थी.