पटना: राज्य में सुशासन को लेकर पिछले दिनों कार्मिक मंत्रालय ने सुशासन सूचीकांक में बिहार को 15वां स्थान दिया था. वहीं, अब नीति आयोग ने देशभर के विकास दर पर अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए राज्य को 28वां स्थान दिया है. इसी कारण से एक बार फिर से नीतीश सरकार के विकास दर पर सवाल उठने लगे हैं.
'बिहार में हो रहा है मानवीय विकास'
बता दें कि नीति आयोग ने देशभर में विकास दर की रैंकिंग जारी की है. उसमें बिहार को 28वां स्थान मिला है. इस पर उद्योग मंत्री श्याम रजक ने सफाई देते हुए कहा है कि पहले की अपेक्षा इस साल रैंकिंग में कुछ सुधार हुआ है. लेकिन बिहार खुद के बदौलत विकास कर रहा है. विकास दर का पैमाना बताते हुए श्याम रजक ने कहा कि बिहार में मानवीय, शैक्षणिक और नैतिक विकास हो रहा है. यहां पर पर्यावरण सुरक्षा के लिए काम किए जा रहे हैं. हमारे यहां विकास दर कम नहीं हुआ है.
विशेष राज्य की मांग
नीति आयोग के इस रिपोर्ट पर उद्योग मंत्री श्याम रजक ने सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में पहले कम बच्चियां ही स्कूल जाती थी लेकिन आज बहुत सी बच्चियां स्कूल जा रही है. इसलिए बिहार के विकास के लिए जो नीति बनी है, वह नीतीश कुमार के कारण ही बनी है. यही सरकार की बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लगातार राज्य के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगती आ रही है. यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाए, तो निश्चित तौर पर बिहार में विकास की दर काफी बढ़ जाएगी.
जदयू के सफाई पर आरजेडी का तंज
एक तरफ नीति आयोग के रिपोर्ट पर जदयू ने सफाई दी है. वहीं, विपक्षी पार्टी आरजेडी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ने कहा है कि नीति आयोग के इस रिपोर्ट पर अब तो साफ जाहिर हो गया कि नीतीश सरकार विकास के नाम पर झूठ बोल रही हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के इस डबल इंजन की सरकार में एक इंजन में नीति आयोग ने निकम्मा होने का ठप्पा लगाया है. बिहार सरकार सिर्फ प्रचार के बदौलत ही विकास दर का पैमाना बता रही है. इसलिए यह सरकार सिर्फ प्रचार तंत्र का ही है.