पटना: बिहार में मकर संक्रांति पर चूड़ा-दही भोज पर खूब सियासत होती रही है. जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से लेकर लालू प्रसाद यादव तक चूड़ा-दही भोज का आयोजन कर सियासी गहमागहमी बनाते रहे हैं. इस बार वशिष्ठ नारायण सिंह कोरोना के कारण चूड़ा दही भोज नहीं कर रहे हैं. तो वहीं लालू प्रसाद यादव जेल में है. लेकिन जदयू के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने चूड़ा-दही भोज का आयोजन कर हलचल बढ़ा दी है. एनडीए नेताओं को आमंत्रित भी किया है. ऐसे तो आमंत्रण मुख्यमंत्री को भी दिया था. लेकिन मुख्यमंत्री ने आने से मना कर दिया है.
जदयू में चूड़ा-दही भोज को लेकर सियासत तेज है. एक तरफ जहां जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह जो पिछले 2 दशक से भी अधिक समय से चूड़ा-दही भोज का आयोजन पटना में और फिर दिल्ली में करते रहे हैं. लेकिन इस बार कोरोना के कारण रद्द कर दिया है. वहीं, जदयू के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने परंपरा को कायम रखने की बात करते हुए अपने सरकारी आवास पर चूड़ा-दही भोज का आयोजन कर दिया है. भोज को लेकर तैयारी पूरी हो गई है. एनडीए के कई मंत्रियों को भी आमंत्रित किया है और वरिष्ठ नेताओं को भी. जय कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण एहतियात बरता जा रहा है और अलग-अलग समय में लोगों को बुलाया जाएगा. 300 की संख्या में आमंत्रण दिया गया है.
चूड़ा दही भोज पर सियासत
जय कुमार सिंह ने कहा भागलपुर से विशेष रूप से चूड़ा तो वहीं दही का इंतजाम स्थानीय स्तर पर किया गया है और सुधा से भी मंगाया गया है. गया का तिलकुट भी रहेगा. उन्होंने कहा कि यदि दादा के आवास पर भोज होता तो भीड़ को रोक पाना संभव नहीं था. इसलिए वहां रद्द किया गया है. जय कुमार सिंह के आवास पर होने वाले चूड़ा-दही भोज से पार्टी के अंदर भी सियासत शुरू है. देखना है भोज में कौन-कौन लोग शामिल होते हैं. दूसरे दल के कौन-कौन से चेहरे दिखते हैं.