पटना: राजधानी पटना को जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस कितने भी बड़े दावे कर ले, लेकिन तमाम दावे धरातल पर झूठे नजर आते हैं. पटना में महाजाम के कारण आम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. जाम से आम और खास दोनों परेशान हैं. आज सोमवार को पटना के कारगिल चौक पर 2 घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त नजर आया. जाम की स्थिति ऐसी कि जो गाड़ी जहां है, बस खड़ी हुई थी. जाम से जूझते पटनावासी का गुस्सा सातवें आसमान पर था. लोग ट्रैफिक सिस्टम और सरकार को कोसते नजर आए.
पटना के कारगिल चौक पर जाम: स्कूल की छुट्टी होने के बाद दर्जनों की संख्या में स्कूल बस गांधी मैदान के इलाके में जाम में फंसे रहे. हालांकि 2 घंटा तक भीषण जाम के बाद ट्रैफिक पुलिस जाम को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करते दिखाई दी. गांधी मैदान के कई गेट खोल दिए गए और गेट नंबर 10 से बड़े वाहनों का प्रवेश कर दिया गया और गेट नंबर 7 से निकल गया, लेकिन गांधी मैदान में भी बसों की लंबी कतार लग गई.
"ट्रैफिक एसपी किसी काम के नहीं हैं. पटना के पूरे ट्रैफिक सिस्टम को ध्वस्त करके रख दिया है. यही कोई नेता मंत्री की गाड़ी रास्ते से गुजरती तो चंद मिनट में पूरा जाम खाली हो जाता है, लेकिन आम आदमी और स्कूली बच्चे जाम में फंसे हुए हैं तो कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा." -दीपक, ट्रैफिक में फंसा शख्स
ट्रैफिक सिस्टम धराशाई : 2 घंटे से अधिक समय से जाम होने की वजह से ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से धराशाई हो गई. बच्चे परेशान नजर आ रहे थे. आक्रोशित लोगों ने बताया कि शहर में डबल हेलमेट अगर नहीं है तो चलान सीसीटीवी से कट जा रहा है, लेकिन सीसीटीवी से जिला प्रशासन जाम की स्थिति को मॉनिटर नहीं कर रही. शहर में यदि किसी काम से गांधी मैदान इलाके में आना पड़ गया तो समझ लीजिए कोई सजा हो गई है.
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