पटना: लोकसभा चुनाव से पहले राजनेताओं का दल-बदल खेल जोरों पर है. कोई नरेंद्र मोदी में आस्था जताते हुए भाजपा का दामन थाम रहा है तो कोई लालू प्रसाद यादव के मार्गदर्शन में चलने के लिए राजद से जुड़ रहा है. वहीं, अब पूर्व विधायक और जगन्नाथ मिश्रा के पोते ने जदयू का साथ छोड़ कांग्रेस के हाथ से हाथ मिला लिया है.
कांग्रेस में शामिल होकर ऋषि मिश्रा को कितना राजनैतिक लाभ मिलेगा या फिर कांग्रेस आने वाले चुनाव में उनसे क्या फायदा उठा पाएगी यह तो आने वाले समय ही पता चलेगा, लेकिन ऋषि मिश्रा को पार्टी में शामिल करते समय कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित कई वरिष्ठ नेता जिस तरह से उत्साहित दिखे हैं मानो कोई बड़ी जीत दर्ज कर ली हो.
वहीं, जदयू से मोहभंग कर कांग्रेस में शामिल हुए ऋषि मिश्रा ने भावुक होते कहा मैं पिछले 18 महीने से घुट-घुटकर जी रहा था. इसलिए छोड़ने का फैसला किया. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मोहभंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके बारे में कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन मैं इतना कहूंगा कि उन्होंने कहा था भाजपा का विरोध करना है. मैं उसी रास्ते पर चल रहा हूं.