पटना: कोरोना काल (Corona Pandemic) के बीच गिरफ्तार हुए जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) की रिहाई की मांग उठ रही है. पार्टी के कार्यकर्ता लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इस बार जाप कार्यकर्ता (Jaap Workers) गांव-गांव जाकर लोक न्याय मार्च कर रहे हैं.
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जाप कार्यकर्ताओं का लोक न्याय मार्च
मसौढ़ी में जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party) के कार्यालय से लेकर कर्पूरी चौक होते हुए मेन रोड और स्टेशन रोड तक कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. पप्पू यादव को रिहा करने की मांग करते हुए नीतीश सरकार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ नारेबाजी की.
जाप कार्यकर्ताओं ने कहा कि साजिश के तहत बीजेपी के कहने पर नीतीश कुमार ने पप्पू यादव जेल भेजा है. सरकार की उल्टी गितनी शुरू हो गई है.
…पप्पू यादव की गिरफ्तारी
दरअसल, जब बिहार में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ था तब पप्पू यादव (Pappu Yadav) लोगों की लगातार सेवा कर रहे थे. एनडीए सरकार (NDA Government) की व्यवस्थाओं को उजागर कर रहे थे.
इस बीच 32 साल पुराने एक केस में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. आरोप है कि जाप सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने दोस्त और उसकी प्रेमिका की शादी का विरोध किया था. उसी खुन्नस में दोस्त दुश्मन बन गए और गलतफहमी में मुरलीगंज थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया था. जिसमें पप्पू यादव को 32 साल बाद जेल जाना पड़ा है.