पटना: बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. राज्य सरकार और जिला प्रशासन जहां इसको लेकर पूरी तरह से अलर्ट है, वहीं पटना रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. यहां रोज हजारों लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन कुछ ही लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. लिहाजा जांच की प्रक्रिया में लापरवाही का आरोप लग रहा है.
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बता दें कि पटना जंक्शन पर होली के तुरंत बाद ही कोरोना जांच केंद्र बनाया गया था. यहां पर यात्रियों की जांच की प्रक्रिया भी शुरू की गई लेकिन जांच में तेजी नहीं लाई जा रही है. 8 जांच केंद्रों पर रोज लगभग 2 से ढाई सौ लोगों की ही जांच हो रही है. हालांकि बुधवार को पटना जंक्शन पर 456 लोगों की जांच की गई. इसमें से 4 लोग संक्रमित पाए गए.
माइकिंग कर लोगों को किया जाता है जागरूक
बताया जा रहा है कि पटना जंक्शन पर रोज स्पेशल ट्रेन और मेल एक्सप्रेस ट्रेन से हजारों यात्री पहुंचते हैं और शहर में प्रवेश करते हैं. साथ ही यहां से दूसरे जगह भी जाते हैं. लेकिन पटना जंक्शन पर कोरोना जांच में कोताही बरती जा रही है. सैंपल जांच करने वाले लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार ने कहा कि हमारा काम जांच करना है. यात्री जो भी आते हैं उनकी जांच की जाती है. जबरदस्ती किसी की भी जांच नहीं की जाती है. ट्रेन आने के समय में रेलवे पुलिस की मदद ली जाती है. ताकि लोगों की जांच की जा सके. साथ ही समय-समय पर माइकिंग कर लोगों को गाइडलाइन के बारे में जागरूक किया जाता है.