ETV Bharat / state

महाराष्ट्र से रिलीव हुए शिवदीप लांडे ने कहा- 'हमार बिहार', वापस आ रहा हूं

पांच साल बाद सुपरकॉप आईपीएस शिवदीप वामन राव लांडे (IPS Shivdeep Vaman Rao Lande) बिहार लौट रहे हैं. उन्होंने फेसबुक पर 'हमार बिहार', वापस आ रहा हूं' लिखकर इसकी जानकारी दी है. बिहार आने के बाद सीएम नीतीश उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं.

ips-shivdeep-lande
ips-shivdeep-lande
author img

By

Published : Nov 27, 2021, 3:51 PM IST

Updated : Nov 28, 2021, 9:18 AM IST

पटनाः 'आज महाराष्ट्र में मेरे कार्यकाल के 5 वर्ष पूरे हुए और बतौर D.I.G. (Anti Terrorism Squad, ATS Mumbai) के रूप में मैंने अपना कार्यभार (Shivdeep Lande relieved from Maharashtra) सौंप दिया. मैं अब 'हमार बिहार' में सेवा देने को वापस आ रहा हूं.' अपने फेसबुक पर शिवदीप वामन राव लांडे (IPS Shivdeep Vaman Rao Lande) ने यह लिखा है. इस पोस्ट के बाद सुपरकॉप लांडे एक बार फिर काफी चर्चा में हैं.

इसे भी पढ़ें- स्वागत नहीं करोगे! जिसके नाम से कांपते हैं अपराधी, उस 'दबंग' सुपरकॉप की 5 साल बाद हो रही वापसी

शिवदीप के नाम से कांपते हैं अपराधी
शिवदीप वामन राव लांडे का नाम बिहार के लिए नया नहीं हैं. बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे यहां अपनी तैनाती के दौरान हमेशा चर्चाओं में रहे हैं. आईपीएस के तौर पर मुंगेर जिले से अपने करियर की शुरूआत करने वाले इस अधिकारी के नााम से अपराधी कांपते हैं. कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी व मानवता के लिए किये गये उनके काम भी लोगों को याद है. राजधानी पटना में करीब दस महीने के अपने कार्यकाल में नकली उत्पाद विक्रेताओं सहित बड़े-बड़े दवा-माफियाओं और जाली नोट के कारोबारियों के खिलाफ मुहिम चलाया था.

वे एसटीएफ के अलावा पटना के सिटी एसपी, रोहतास और अररिया में एसपी के पद पर योगदान दे चुके हैं. वे सबसे पहले मुंगेर के एसपी बने थे. उसके बाद पटना में सिटी एसपी बनाये गये थे. उन्होंने पटना में ट्रैफिक एसपी के पद पर भी काम किया था. शिवदीप लांडे ने लहरियाकट बाइकर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. बाइक पर हेलमेट लगाकर नहीं चलने वालों के खिलाफ उनके एक्शन से हड़कंप मच गया था.

रोहतास में तैनाती के दौरान उन्होंने बेलमाग बालू और पत्थर माफियाओं की नकेल कस दी थी. लांडे ने कई माफिया को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अपने इस काम चलते के काफी चर्चा में आए थे.

अपराधियों के खिलाफ चलाया था अभियान
वहीं, PMCH के पास अशोक राजपथ पर एक कपड़ा शोरूम के मालिक की हत्या के बाद जब अपराधियों के भय से व्यवसायियों ने दुकानें बंद कर दी थी, तब लांडे ने उसे दबोच कर पीएमसीएच गेट पर सरेराह पिटाई की थी. जिसके बाद इलाके की सारी दुकानें खुल गई. बता दें कि शिवदीप लांडे पटना में सिटी एसपी ( City SP Of Patna ) रहने के अलावा अररिया और रोहतास के पुलिस अधीक्षक ( SP ) भी रह चुके हैं. रोहतास में पोस्टिंग के दौरान बालू और पत्थर माफियाओं के खिलाफ शिवदीप लांडे ने एक मुहिम चलाकर कार्रवाई की थी. यहां पर उन्होंने कई पत्थर माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया था.

पटना के एसपी रहने के दौरान शिवदीप लांडे को फोन पर जानकारी मिली कि शहर में यूपी पुलिस के एक दारोगा सर्वचंद घूस ले रहे हैं. वे अपनी पहचान छिपाने के लिए गमछा डालकर निकले और इंस्पेक्टर सर्वचंद को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ लिया था. हालांकि सबूतों के अभाव में इंस्पेक्टर सर्वचंद्र को बाद में छोड़ दिया गया था.

हमले के भी हुए थे शिकार
हालांकि अपने करियर के शुरुआती दौर में ही मुंगेर में पत्थर माफिया ने उन पर हमला कर दिया था. इसमें वे घायल भी हुए थे. इसके बावजूद उनके जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं आयी.

ट्रांसफर के विरोध में सड़क पर उतर गए थे लोग
शिवदीप लांडे लोकप्रियता ऐसी थी कि जब उनका ट्रांसफर पटना सिटी एसपी से पुलिस हेड क्वॉर्टर में कर दिया था तब लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आये थे. गांधी मौदान से लेकर डाकबंगला चौराहा तक कैंडल मार्च भी निकाला गया था. यही नहीं, गांधी मैदान स्थित उनके ऑफिस में पहुंच कर लोग रोने लगे थे.

गौरतलब है कि मुंबई में क्राइम ब्रांच में डीआईजी के पद पर काम करते हुए भी शिवदीप लांडे ने कई उपलब्धियां हासिल की. नारकोटिक्स विभाग की जिम्मेवारी को संभालते हुए लांडे ने नशे के सौदागरों को जमकर सबक सिखाया था. अब वे पांच साल बाद बिहार लौट रहे हैं. आईपीएस शिवदीप लांडे को मुंगेर या भागलपुर के डीआईजी बनाया जा सकता है. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है.

इसे भी पढ़ें- शहाबुद्दीन के सिवान में खान ब्रदर्स का 'आतंक', अयूब खान ने 3 दोस्तों को लगवाया ठिकाने

जाहिर है जब पांच साल बाद शिवदीप बिहार लौट रहे हैं तो उन्हें यहां काफी कुछ बदला-बदला मिलेगा. बिहार में इस बार चुनौतियां भी नई होगी. मौजूदा वक्त में सबसे बड़ी जिम्मेदारी शराबबंदी कानून को सफल बनाने को लेकर है. जिस तरह से पुलिस प्रशासन पर सवाल उठते रहे हैं कि बड़े-बड़े शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से पुलिस डरती है, इस स्थिति में उनसे काफी उम्मीदें भी जुड़ी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें शराब संबंधी मामलों को लेकर कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं.

दरअसल, अपने कारनामों से प्रख्यात शिवदीप लांडे 5 साल बाद बिहार लौट रहे हैं. जानकारी के अनुसार, दिसंबर के पहले सप्ताह से वे बिहार में अपनी सेवा शुरू करेंगे. शिवदीप लांडे पांच साल के डेपुटेशन ड्यूटी के बाद बिहार वापस आ रहे हैं. ऐसा नहीं है कि शिवदीप वामन राव लांडे पहली बार बिहार आ रहे (IPS Shivdeep Lande coming to bihar) हैं. अपने पोस्ट में जिस तरह से उन्होंने जिक्र किया है 'हमार बिहार', इससे साफ जाहिर होता है कि बिहार से उनका भी गहरा रिश्ता रहा है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः 'आज महाराष्ट्र में मेरे कार्यकाल के 5 वर्ष पूरे हुए और बतौर D.I.G. (Anti Terrorism Squad, ATS Mumbai) के रूप में मैंने अपना कार्यभार (Shivdeep Lande relieved from Maharashtra) सौंप दिया. मैं अब 'हमार बिहार' में सेवा देने को वापस आ रहा हूं.' अपने फेसबुक पर शिवदीप वामन राव लांडे (IPS Shivdeep Vaman Rao Lande) ने यह लिखा है. इस पोस्ट के बाद सुपरकॉप लांडे एक बार फिर काफी चर्चा में हैं.

इसे भी पढ़ें- स्वागत नहीं करोगे! जिसके नाम से कांपते हैं अपराधी, उस 'दबंग' सुपरकॉप की 5 साल बाद हो रही वापसी

शिवदीप के नाम से कांपते हैं अपराधी
शिवदीप वामन राव लांडे का नाम बिहार के लिए नया नहीं हैं. बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे यहां अपनी तैनाती के दौरान हमेशा चर्चाओं में रहे हैं. आईपीएस के तौर पर मुंगेर जिले से अपने करियर की शुरूआत करने वाले इस अधिकारी के नााम से अपराधी कांपते हैं. कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी व मानवता के लिए किये गये उनके काम भी लोगों को याद है. राजधानी पटना में करीब दस महीने के अपने कार्यकाल में नकली उत्पाद विक्रेताओं सहित बड़े-बड़े दवा-माफियाओं और जाली नोट के कारोबारियों के खिलाफ मुहिम चलाया था.

वे एसटीएफ के अलावा पटना के सिटी एसपी, रोहतास और अररिया में एसपी के पद पर योगदान दे चुके हैं. वे सबसे पहले मुंगेर के एसपी बने थे. उसके बाद पटना में सिटी एसपी बनाये गये थे. उन्होंने पटना में ट्रैफिक एसपी के पद पर भी काम किया था. शिवदीप लांडे ने लहरियाकट बाइकर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. बाइक पर हेलमेट लगाकर नहीं चलने वालों के खिलाफ उनके एक्शन से हड़कंप मच गया था.

रोहतास में तैनाती के दौरान उन्होंने बेलमाग बालू और पत्थर माफियाओं की नकेल कस दी थी. लांडे ने कई माफिया को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अपने इस काम चलते के काफी चर्चा में आए थे.

अपराधियों के खिलाफ चलाया था अभियान
वहीं, PMCH के पास अशोक राजपथ पर एक कपड़ा शोरूम के मालिक की हत्या के बाद जब अपराधियों के भय से व्यवसायियों ने दुकानें बंद कर दी थी, तब लांडे ने उसे दबोच कर पीएमसीएच गेट पर सरेराह पिटाई की थी. जिसके बाद इलाके की सारी दुकानें खुल गई. बता दें कि शिवदीप लांडे पटना में सिटी एसपी ( City SP Of Patna ) रहने के अलावा अररिया और रोहतास के पुलिस अधीक्षक ( SP ) भी रह चुके हैं. रोहतास में पोस्टिंग के दौरान बालू और पत्थर माफियाओं के खिलाफ शिवदीप लांडे ने एक मुहिम चलाकर कार्रवाई की थी. यहां पर उन्होंने कई पत्थर माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया था.

पटना के एसपी रहने के दौरान शिवदीप लांडे को फोन पर जानकारी मिली कि शहर में यूपी पुलिस के एक दारोगा सर्वचंद घूस ले रहे हैं. वे अपनी पहचान छिपाने के लिए गमछा डालकर निकले और इंस्पेक्टर सर्वचंद को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ लिया था. हालांकि सबूतों के अभाव में इंस्पेक्टर सर्वचंद्र को बाद में छोड़ दिया गया था.

हमले के भी हुए थे शिकार
हालांकि अपने करियर के शुरुआती दौर में ही मुंगेर में पत्थर माफिया ने उन पर हमला कर दिया था. इसमें वे घायल भी हुए थे. इसके बावजूद उनके जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं आयी.

ट्रांसफर के विरोध में सड़क पर उतर गए थे लोग
शिवदीप लांडे लोकप्रियता ऐसी थी कि जब उनका ट्रांसफर पटना सिटी एसपी से पुलिस हेड क्वॉर्टर में कर दिया था तब लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आये थे. गांधी मौदान से लेकर डाकबंगला चौराहा तक कैंडल मार्च भी निकाला गया था. यही नहीं, गांधी मैदान स्थित उनके ऑफिस में पहुंच कर लोग रोने लगे थे.

गौरतलब है कि मुंबई में क्राइम ब्रांच में डीआईजी के पद पर काम करते हुए भी शिवदीप लांडे ने कई उपलब्धियां हासिल की. नारकोटिक्स विभाग की जिम्मेवारी को संभालते हुए लांडे ने नशे के सौदागरों को जमकर सबक सिखाया था. अब वे पांच साल बाद बिहार लौट रहे हैं. आईपीएस शिवदीप लांडे को मुंगेर या भागलपुर के डीआईजी बनाया जा सकता है. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है.

इसे भी पढ़ें- शहाबुद्दीन के सिवान में खान ब्रदर्स का 'आतंक', अयूब खान ने 3 दोस्तों को लगवाया ठिकाने

जाहिर है जब पांच साल बाद शिवदीप बिहार लौट रहे हैं तो उन्हें यहां काफी कुछ बदला-बदला मिलेगा. बिहार में इस बार चुनौतियां भी नई होगी. मौजूदा वक्त में सबसे बड़ी जिम्मेदारी शराबबंदी कानून को सफल बनाने को लेकर है. जिस तरह से पुलिस प्रशासन पर सवाल उठते रहे हैं कि बड़े-बड़े शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से पुलिस डरती है, इस स्थिति में उनसे काफी उम्मीदें भी जुड़ी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें शराब संबंधी मामलों को लेकर कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं.

दरअसल, अपने कारनामों से प्रख्यात शिवदीप लांडे 5 साल बाद बिहार लौट रहे हैं. जानकारी के अनुसार, दिसंबर के पहले सप्ताह से वे बिहार में अपनी सेवा शुरू करेंगे. शिवदीप लांडे पांच साल के डेपुटेशन ड्यूटी के बाद बिहार वापस आ रहे हैं. ऐसा नहीं है कि शिवदीप वामन राव लांडे पहली बार बिहार आ रहे (IPS Shivdeep Lande coming to bihar) हैं. अपने पोस्ट में जिस तरह से उन्होंने जिक्र किया है 'हमार बिहार', इससे साफ जाहिर होता है कि बिहार से उनका भी गहरा रिश्ता रहा है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated : Nov 28, 2021, 9:18 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.