पटनाः सुपरकॉप आईपीएस अफसर शिवदीप लांडे पांच साल बाद बिहार लौटे (Shivdeep Lande Returned Bihar After Five Years) हैं. स्पाइसजेट की फ्लाइट से वे पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पहुंचते ही शिवदीप अपने पुराने तेवर में नजर आए. स्पाइसजेट की हवाई सेवा पर शिवदीप बरस पड़े. उन्होंने कहा कि मैंने आज दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक व्यवस्था को महसूस किया है. उन्होंने अपने फेसबुक पर पोस्ट कर यह दर्द जाहिर किया.
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शिवदीप ने लिखा 'आज मेरी फ़लाइट के प्रस्थान का समय दोपहर 2:55 और इस लिहाज़ से सभी यात्रियों को फ़लाइट के अंदर 2:10 पर ही बैठा दिया गया. फिर 3:20 तक फ़लाइट यूँही अपने स्थान पर खड़ी रही और फ़िर अचानक से 3:29 पर मोबाइल पर SMS के द्वारा ये जानकारी मिलती है की ये फ़लाइट अब 4:30 पर उड़ान भरेगी. बिना किसी उद्घोषणा के आप इतने बिहारी यात्रियों को यूँ एक बंद डिब्बे मे कैसे कैद कर सकते है....? क्या ऐसा आप अन्य राज्यों के यात्रियों के संग कर सकते है...? जब हम कुछ बिहारियों ने अपनी आवाज़ उठायी और अंत: एयरलाइनस मैनेजमेंट को फ़लाइट को पटना के लिए उड़ान भरनी पड़ी. अब मैं 'हमार बिहार ' की धरती पर सेवा देने आ चूका हूं.'
बता दें कि शिवदीप लांडे पांच साल के बाद बिहार लौटे हैं. ये वो अफसर हैं जो अपराधियों का सात समंदर पार तक पीछा नहीं छोड़ते हैं. जज्बा एक ही होता है, किसी भी तरह अपराधियों को दबोच लेने का. चाहे वो दियारा में छिपे हों या दुनिया के किसी दूसरे छोर में.
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बता दें कि कुछ दिनों पहले ही शिवदीप लांडे ने बिहार आने की सूचना दी थी. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया था कि महाराष्ट्र में उनके कार्यकाल के 5 वर्ष पूरे हो गए. मुंबई में उन्होंने D.I.G. (Anti Terrorism Squad, ATS Mumbai) के कार्यभार (Shivdeep Lande relieved from Maharashtra) को सौंपने के बाद बिहार आने की सूचना दी थी. उसी वक्त भी अपने फेसबुक पर उन्होंने लिखा था कि मैं अब 'हमार बिहार' में सेवा देने को वापस आ रहा हूं.'
शिवदीप वामन राव लांडे का नाम बिहार के लिए नया नहीं हैं. बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे यहां अपनी तैनाती के दौरान हमेशा चर्चाओं में रहे हैं. आईपीएस के तौर पर मुंगेर जिले से अपने करियर की शुरूआत करने वाले इस अधिकारी के नााम से अपराधी कांपते हैं. कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी व मानवता के लिए किये गये उनके काम भी लोगों को याद है. राजधानी पटना में करीब दस महीने के अपने कार्यकाल में नकली उत्पाद विक्रेताओं सहित बड़े-बड़े दवा-माफियाओं और जाली नोट के कारोबारियों के खिलाफ मुहिम चलाया था.
वे एसटीएफ के अलावा पटना के सिटी एसपी, रोहतास और अररिया में एसपी के पद पर योगदान दे चुके हैं. वे सबसे पहले मुंगेर के एसपी बने थे. उसके बाद पटना में सिटी एसपी बनाये गये थे. उन्होंने पटना में ट्रैफिक एसपी के पद पर भी काम किया था. शिवदीप लांडे ने लहरियाकट बाइकर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. बाइक पर हेलमेट लगाकर नहीं चलने वालों के खिलाफ उनके एक्शन से हड़कंप मच गया था.
रोहतास में तैनाती के दौरान उन्होंने बेलमाग बालू और पत्थर माफियाओं की नकेल कस दी थी. लांडे ने कई माफिया को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अपने इस काम चलते के काफी चर्चा में आए थे.
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