पटना : रविवार को जदयू राज्य परिषद की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बड़ा फैसला लिया गया. वशिष्ठ नारायण सिंह ने पहले इस्तीफा दिया और फिर उमेश कुशवाहा के नाम पर मुहर लगी. इस बाबत, ये चर्चा तेज हो गई कि पार्टी में लव-कुश समीकरण को मजबूत करने की कवायद के चलते ऐसा फैसला लिया गया है. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान मिलने के बाद उमेश कुशवाहा ने ईटीवी भारत से बातचीत की.
उमेश कुशवाहा विधानसभा चुनाव-2020 जेडीयू की टिकट से महनार विस सीट से खड़े हुए. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वे कुशवाहा मंच का संचालन करते हैं. ऐसे में नीतीश कुमार ने उसी का इनाम उन्हें दिया है. इस बाबत, उमेश कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने मुझे जो जिम्मेदारी मुझे दी है, उसका मैं ईमानदारी से निर्वहन करूंगा. पार्टी की मजबूती के लिए, एकजुटता के लिए हर जरूरी कदम उठाऊंगा.
तेजस्वी के बयान पर पलटवार
जैसे ही जेडीयू ने नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान किया, राबड़ी आवास पर बैठक कर रहे तेजस्वी यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार अब कुंडली देखकर प्रदेश अध्यक्ष बना रहे हैं. उनके इस बयान पर उमेश कुशवाहा ने पलटवार किया. उमेश कुशवाहा ने कहा कि उनपर हम क्या बोलें, उनसे हम क्या उम्मीद करें. सत्ता ना मिलने के बाद उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है.
आरजेडी के आरोप पर दी सफाई
आरजेडी ने ट्वीट करते हुए नए प्रदेश अध्यक्ष पर आरएलएसपी नेता की हत्या का आरोप लगाया. आरजेडी ने ट्वीट किया, 'RLSP नेता मनीष सहनी के हत्यारोपी उमेश कुशवाहा को JDU का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है! अफसरशाही से सुनियोजित भ्रष्टाचार के जनक को JDU का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है! इनसे पहले वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी हत्या का आरोप था! JDU BJP में आगे बढ़ने के लिए हत्या, भ्रष्टाचार ज़रूरी है!'
इसपर उमेश कुशवाहा ने कहा, 'जो भी आरोप मेरे ऊपर लगाए जा रहे हैं, वो बेबुनियादी हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है. मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. हम सभी कानून पर विश्वास करते हैं.'