पटना: प्रदेश के प्रतिष्ठित पटना विश्वविद्यालय में जल्द ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई फिर से शुरू हो सकती है. करीब 15 वर्षों के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू करने के लिए पटना विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय ने पहल की है. विश्वविद्यालय की ओर से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को इसका प्रपोजल भेजा गया है. रेगुलर नहीं तो कम से कम ओपन स्कूलिंग सिस्टम के माध्यम से ही विश्वविद्यालय में इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू की जाए.
प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में होती है इंटरमीडिएट की पढ़ाई
पटना विश्वविद्यालय के दूर शिक्षा निदेशालय के डायरेक्टर प्रोफेसर जावेद हयात ने बताया कि करीब 15 साल पहले जब सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी से इंटरमीडिएट कोर्स को अलग करने का निर्णय लिया गया, तब पटना विश्वविद्यालय ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद कर दी थी. हालांकि, बावजूद इसके अभी भी प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई होती है.
छात्रों ने बनाया दबाव, फिर से शुरु इंटरमीडिएट की पढ़ाई
ऐसे में लगातार छात्रों का विश्वविद्यालय पर दबाव आ रहा था कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई विश्वविद्यालय में शुरू की जाए. जिसके बाद विश्वविद्यालय के कुलपति ने सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद निर्णय लिया है कि विश्वविद्यालय में फिर से इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू होनी चाहिए. विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक में दूर शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत इंटरमीडिएट कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव पारित किया गया. उन्होंने बताया कि कुलपति ने निर्देश दिया कि इंटरमीडिएट काउंसिल ऑफ बिहार को विश्वविद्यालय में इंटरमीडिएट कोर्स दोबारा से शुरू करने को लेकर पत्र लिखा जाए.
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'बिहार में ओपन स्कूल सिस्टम है और यह डिस्टेंस मॉड ऑफ एजुकेशन है. ऐसे में सिंडिकेट की बैठक में दूसरा प्रस्ताव पारित हुआ कि प्रदेश के ओपन स्कूल सिस्टम के डायरेक्टर को एक पत्र लिखा जाए और निवेदन किया जाए कि विश्वविद्यालय के डीडीई सेंटर में अपना एक स्टडी सेंटर खोलें.'- प्रोफेसर जावेद हयात, निदेशक, डीडीई
कमेटी का गठन
बता दें कि पटना विश्वविद्यालय की ओर से राज्य सरकार के ओपन स्कूलिंग एडमिनिस्ट्रेशन के तरफ से प्राप्त प्रस्ताव पर विचार करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर एनके झा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें पटना लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मोहम्मद शरीफ, प्रोफेसर खगेंद्र कुमार, दूर शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर जावेद हयात, वाणिज्य महाविद्यालय की इग्नू प्रोग्राम के कॉर्डिनेटर डॉ अहमद हुसैन को सदस्य बनाया है.