पटना: जन वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा को लेकर डीएम की ओर से टीम गठित की गई. इसमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी ली जाएगी. धनरूआ और पुनपुन में व्यापक तौर पर पीडीएस और आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच करवाई गई.
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पीडीएस दुकानों की सघन जांच
जांच टीम में 28 अधिकारियों को लगाया गया. जहां धनरूआ के 20 पंचायत और पुनपुन के 8 पंचायतों में सघन जांच की गई. जहां पर भारी पैमाने पर कई जगहों पर शिकायतें देखी गई है. एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने भी दो दुकानों की जांच की है. उन्होंने बताया कि प्रखंड में भारी अनियमितता जांच के क्रम में पाई गई है. किरासन तेल का स्टॉक पंजी एवं अनाज का वितरण बराबर मिला है जो भारी अनियमितता है. कहीं बोर्ड नहीं है, तो किसी पीडीएफ का स्टॉक पंजी ठीक नहीं है, तो कहीं अनाज के रखरखाव में भारी अनियमितता है. लाभुकों ने भी कई तरह की शिकायतें भी दर्ज कराई है.
धनरूआ और पुनपुन में हुई जांच
डीएम की ओर से गठित जांच टीम ने धनरूआ, पुनपुन में शनिवार को पीडीएस और आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच पूरी हुई. जांच में आपूर्ति विभाग से जुड़े अधिकारियों के जिम्मे एक-एक पंचायत दिया गया था. जांच टीम से जुड़े अधिकारियों ने अधिकांश पीडीएस दुकानों की जांच की. लेकिन आंगनवाड़ी केंद्रों की सघन जांच नहीं हो पाई है. हालांकि, समय अभाव के कारण बहुत सारे आंगनवाड़ी केंद्रों की जांच नहीं हो पाई है. जिसको लेकर आंगनवाड़ी के लाभुको में असंतोष देखा गया है.
28 अधिकारियों ने की जांच
बताया जा रहा है कि डीएम ने जांच टीम गठित कर आपूर्ति और आंगनबाड़ी की जमीनी हकीकत टटोलने के लिए इससे जुड़े अधिकारियों को आदेश दिए थे. जांच में संबंधित लाभुकों का बयान भी दर्ज करने को कहा गया था. इस जांच में आपूर्ति विभाग से जुड़े 28 अधिकारियों को लगाया गया था.