पटना: बिहार के सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा है कि कोरोना काल में उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है. कोरोना संक्रमण से बचाव और लॉकडाउन पीरियड में सरकार द्वारा लोगों को अनेक प्रकार से राहत पहुंचाई गई है. जिसमें अभी तक 8,538 करोड़ रुपये से अधिक की राशि व्यय हुई है. इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसल को जो क्षति हुई है, उसके लिए 730 करोड़ रुपये निर्गत किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग में कोरोना उन्मूलन कोष का गठन किया गया है. उसमे करीब 180 करोड़ रुपये का प्रावधान कोविड संक्रमण से निपटने के उपायों और खरीदारी के लिए किया गया है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अब तक 10 लाख 9 हजार 483 सैंपलों की हुई है. अब तक प्रदेश में कोरोना महामारी से 34 संक्रमित लोगों की मौत हुई है. वहीं, कुल पॉजिटिव लोगों में 52 फीसदी अब तक हो स्वस्थ भी हो चुके हैं.
4106 ब्लॉक क्वारंटीन सेंटर्स की संख्या
अनुपम कुमार ने बताया कि आज पूरे प्रदेश में ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स की संख्या 4 हजार 106 है. जिसमें कुल 93 हजार 217 लोग आवासित हैं. ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स में अब तक 15 लाख 22 हजार 582 लोग आवासित हो चुके हैं. इनमे से 14 लाख 29 हजार 365 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरा कर अपने घर वापस जा चुके हैं. मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे बिहार के 20 लाख 90 हजार 355 लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. प्रदेश के बाहर रहने वाले बिहार के लोगों का अब तक 2.39 लाख कॉल्स/मैसेजेस प्राप्त हुए हैं. जिनमें 31 लाख 76 हजार लोग सम्मिलित हैं. अब लगभग सभी लोग बिहार पहुंच चुके हैं. इसलिए बाहर से लोगों के कॉल्स/मैसेजेस नहीं के बराबर आ रहे हैं.
'5 करोड़ से अधिक मानव दिवसों का सृजन'
सूचना एवं जन-संपर्क सचिव ने बताया कि असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में किसानों की जो फसल बर्बाद हुई है. उसके लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत 730 करोड़ रूपये की राशि निर्गत की गई है. इसमें से अब तक 466 करोड़ रुपये की राशि 14 लाख 1 हजार किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है. शेष किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जांचोपरांत यथाशीघ्र कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभावित किसानों के खाते में भेज दी जायेगी. उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की निरंतर गहराई से अनुश्रवण कर रहे हैं. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 4 लाख 52 हजार से अधिक योजनाओं के अंतर्गत 5 करोड़ 79 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
1 लाख 9 हजार 483 सैंपल्स की जांच
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 1 लाख 9 हजार 483 सैंपल्स की जांच की गई है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,583 हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 219 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. 24 घंटे में 164 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक कुल 2,934 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं. जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 52 प्रतिशत है. बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 2 हजार 614 एक्टिव मामले हैं. 3 मई के बाद बाहर से बिहार आने वाले लोगों में से 3 हजार 989 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 71 प्रतिशत है. 24 घंटे में एक 59 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मौत हुई है. जो कि महाराष्ट्र से आए थे साथ ही वे हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसे अन्य कई बीमारियों से भी ग्रसित थें.
'पांच दिनों के अंदर जांच की प्रक्रिया होगी शुरू'
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार अपनी टेस्टिंग क्षमता बढ़ा रहा हैं और अन्य जिलों में भी इसका विस्तार किया जा रहा हैं. विभाग द्वारा आरएमआरआई, एआईआईएमएस, आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, डीएमसीएच, एसकेएमसीएच में आरटीपीसीआर जांच की जा रही है. इसके अलावे सीबी नेट जांच भागलपुर में हो रहा है. साथ ही कई जिलों में ट्रूनेट मशीन से भी जांच की जा रही है. वर्तमान में कुल 32 जिलों कोविड-19 की जांच हो रही है. कल तक दो और जिले इसमें शामिल हो जायेंगे. आगामी 13 जून तक सभी जिलों में कोविड-19 की जांच प्रारंभ हो जाएगा. सीतामढ़ी ,वैशाली, शिवहर, अररिया, शेखपुरा और समस्तीपुर जिला को छोड़कर बाकी सभी जिलों में आरटीपीसीआर और ट्रूनेट मशीन से जांच हो रही है. शेष सभी 6 जिलों में भी अगले पांच दिनों के अंदर जांच की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
'होम क्वारंटाइन का दृढ़तापूर्वक करें अनुपालन'
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है. डोर टू डोर स्क्रीनिंग में ऐसे व्यक्तियों की 14 दिनों तक मॉनिटरिंग भी की जा रही है. स्क्रीनिंग टीम प्रतिदिन प्रवासियों के घरों पर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी ले रही है और ये भी देख रही है कि वे होम क्वारंटाइन की गाइडलाइन्स का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं. साथ ही स्क्रीनिंग दल यह भी देख रहा है कि उनमें कोविड के लक्षण हैं अथवा नहीं. बाहर से आये हुए लोग होम क्वारंटाइन का दृढ़तापूर्वक अनुपालन करें और यदि कोविड-19 का लक्षण दिखाई दे तो उसे छुपाये नहीं बल्कि सर्वेक्षण दल को जरुर बताएं ताकि ससमय जांच कराकर अनुवर्ती कार्रवाई की जा सके.
1 जून से 8210 वाहन जब्त
अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि 1 जून 2020 से गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. 1 जून से अब तक कुल 19 एफआईआर दर्ज की गई है और 39 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं. जबकि इस दौरान कुल 8 हजार 210 वाहन जब्त किए गए हैं. इससे कुल 2 करोड़ 23 लाख 9 हजार 360 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 1 एफआईआर दर्ज की गई है और 1 व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है. वहीं, 896 वाहन जब्त किये गए हैं और 21 लाख 12 हजार 800 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नई दिशा निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.